Una: निजी अस्पताल में ऑप्रेशन के दौरान महिला की मौत, सरकारी डॉक्टर पर लगे लापरवाही के आरोप
punjabkesari.in Wednesday, Dec 18, 2024 - 11:15 AM (IST)
ऊना (अमित): ऊना जिला मुख्यालय के साथ लगती रक्कड़ कालोनी में स्थित एक निजी अस्पताल में मंगलवार देर रात उस समय जमकर हंगामा हो गया जब पंजाब निवासी एक महिला की ऑप्रेशन के दौरान मौत हो गई। महिला की मौत को लेकर परिजनों ने क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में तैनात एक स्त्री रोग विशेषज्ञ महिला चिकित्सक और निजी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। निजी अस्पताल में हंगामे की सूचना मिलते ही एसएचओ ऊना सदर मनोज वालिया दलबल सहित मौके पर पहुंचे और स्थिति पर नियंत्रण किया।
मृतका के पति मोहिंदर सिंह ने बताया कि सोमवार को वह अपनी पत्नी जसविंद्र कौर को इलाज के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना लेकर आए थे, जहां पर तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅक्टर ने उनकी पत्नी के पेट में रसोली होना बताया और मंगलवार को ऑप्रेशन करने की बात कहते हुए अपना मोबाइल नंबर उन्हें देकर शाम को समय बताने की बात कही। शाम को जब उनकी बेटी ने महिला चिकित्सक को कॉल किया तो उसके पति ने फोन उठाकर उन्हें सुबह 10 बजे क्षेत्रीय अस्पताल में आने को कहा और सिर्फ व्हाट्सएप्प कॉल करने की ही नसीहत दी।
मोहिंदर ने बताया कि मंगलवार सुबह उनकी बेटियां जसविंद्र कौर को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल में गईं और वहां पर महिला चिकित्सक ने जसविंद्र कौर को रक्कड़ कालोनी स्थित निजी अस्पताल में ले जाने की बात कही। इस पर जसविंदर कौर को निजी अस्पताल में ले जाया गया। शाम करीब 4 बजे सरकारी डाॅक्टर निजी अस्पताल में पहुंची और उनकी पत्नी को ऑप्रेशन के लिए ले गई। ऑप्रेशन के कुछ ही देर बाद अस्पताल में तैनात स्टाफ में भगदड़ मच गई और जब उनकी बेटी ने उनसे पूछा तो किसी ने कुछ नहीं बताया और न ही बेटियों को मां से मिलने दिया गया।
मोहिंदर ने बताया कि उनकी पत्नी बिलकुल ठीक हालत में रसोली का ऑप्रेशन करवाने आई थी लेकिन सरकारी अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक और निजी अस्पताल की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी की मौत हो गई। मृतका के पति और परिजनों ने पुलिस को भी दोटूक चेतावनी दी कि अगर महिला चिकित्सक के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो उन्हें मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा।
वहीं निजी अस्पताल के निदेशक ने मृतका के परिजनों के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि महिला का ऑप्रेशन ठीक हुआ था, लेकिन ऑप्रेशन के बाद ज्यादा ब्लीडिंग होने और बीपी शूट हो जाने के कारण महिला की मौत हो गई। जब निजी अस्पताल के निदेशक से ऑप्रेशन करने वाले चिकित्सक का नाम पूछा गया तो वह नाम बताने से बचते नजर आए क्योंकि अगर वह चिकित्सक का नाम बताते तो यह भी भंडाफोड़ हो जाता की किस तरह से सरकारी चिकित्सक निजी अस्पतालों में भी सेवाएं दे रहे हैं।
जब पुलिस टीम शव को कब्जे में लेने के लिए आईसीयू में पहुंची तो मृतका को वैंटिलेटर पर रखा गया था। आईसीयू में तैनात चिकित्सक से जब ऑप्रेशन करने वाले चिकित्सक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस महिला का ऑप्रेशन क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक ने किया था। वहीं मृतका के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक और निजी अस्पताल के अन्य डाॅक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए टांडा मेडिकल काॅलेज भेज दिया है ताकि महिला की मौत के असल कारणों का पता चल सके।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here