मुख्य सचिव के पद से रिटायर हुए विनीत चौधरी, नए पर संशय बरकरार

punjabkesari.in Saturday, Sep 29, 2018 - 10:30 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल के मुख्य सचिव विनीत चौधरी शनिवार को सेवानिवृत्त हो गए। वह 1982 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। उन्होंने लगभग 36 वर्ष तक भारत सरकार व राज्य में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दीं। विनीत चौधरी बीते 9 माह से मुख्य सचिव के पद पर सेवाएं दे रहे थे। राज्य सचिवालय सभागार में शनिवार को उनके सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्य सचिवालय के अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए विनीत चौधरी ने कहा कि हम सबको आम जनमानस के हितों के कार्यों और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ईमानदारी व समर्पण की भावना से अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिए।

संशय बरकरार, ओकओवर में चली लंबी मंत्रणा
इस बीच हिमाचल प्रदेश का नया मुख्य सचिव कौन होगा, इसको लेकर संशय बरकरार है। पहले माना जा रहा था कि वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी विनीत चौधरी के शनिवार को मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हो जाने के बाद सरकार इस पद पर किसी की तैनाती कर देगी लेकिन इस मसले पर लॉङ्क्षबग हावी होने के चलते देर शाम तक जयराम सरकार कोई फैसला नहीं ले पाई। इस मसले पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर देर रात तक ओकओवर में अपनी टीम के साथ करीब 4 घंंटे तक की चर्चा के बाद भी कोई अंतिम फैसला नहीं ले पाए। सूत्रों की मानें तो पार्टी हाईकमान ने भी इसमें दिलचस्पी ली है, ऐसे में जयराम सरकार के समक्ष इस नियुक्ति को लेकर पेंच फंसे हुए हैं।

मुख्य सचिव की दौड़ में कई चेहरे शामिल
सूचना के अनुसार अब रविवार को नए मुख्य सचिव के नाम पर मोहर लगेगी। मुख्य सचिव की दौड़ में कई चेहरे शामिल हैं। हालांकि सूत्रों की मानें तो 1985 बैंच के आई.ए.एस. अधिकारी बी.के. अग्रवाल या फिर श्रीकांत बाल्दी में से किसी एक को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। इसके साथ ही दूसरे पहलू को देखें तो मुख्य सचिव पद की रेस में वरिष्ठता के लिहाज से उपमा चौधरी का नाम भी चल रहा है। उपमा चौधरी पूर्व मुख्य सचिव विनीत चौधरी की पत्नी हैं। उपमा के बाद वरिष्ठता में 3 अधिकारी आते हैं। ये ए.आर. सिहाग, वी.सी. फारका और भारती एस. सिहाग हैं।

बाल्दी की राह में वरिष्ठता न बन जाए रोड़ा
मुख्य सचिव की नियुक्ति  को लेकर ओकओवर में भी लंबी मंत्रणा चली। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज के बीच काफी समय तक इस बारे चर्चा हुई। हालांकि कुछ समय बाद शिक्षा मंत्री ओकओवर से निकल गए। उसके बाद सूत्रों के अनुसार हुई बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विनय सिंह व अतिरिक्त  प्रधान सचिव संजय कुंडू सहित अन्य अधिकारियों के बीच बैठक हुई। इस दौरान सूत्रों के अनुसार मुख्य सचिव पद के लिए बी.के.अग्रवाल और श्रीकांत बाल्दी के नाम पर ही चर्चा हुई। सूत्रों की मानें तो इस दौड़ में वरिष्ठता बाल्दी की राह में रोड़ा बन सकती है।

चौधरी उपमा की कर रहे वकालत
सूत्रों की मानें तो मुख्य सचिव विनीत चौधरी ने उपमा चौधरी के नाम की वकालत मुख्य सचिव पद के लिए की है। हालांकि जयराम सरकार अभी अपना अंतिम निर्णय नहीं ले पाई है। सूत्रों के अनुसार ओकओवर में हुई बैठक के दौरान विनीत चौधरी ने एक बार फिर उपमा चौधरी के नाम की पैरवी उक्त पद के लिए की। विशेष है कि इससे पहले उपमा चौधरी मुख्यमंत्री से मुलाकात भी कर चुकी हैं।


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Vijay

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