Una: डर के साये में जीवन बिता रही महिला, टूटा दुखों का पहाड़
punjabkesari.in Sunday, Oct 13, 2024 - 06:33 PM (IST)
ऊना (विशाल स्याल): एक विधवा महिला दिहाड़ीदार बेटे के साथ रह रही है और गरीबी में जिंदगी गुजर-बसर कर रही है। बेटा मां के साथ-साथ अपनी पत्नी और 2 बच्चों को भी दिहाड़ी लगाकर पाल रहा है। पूरे परिवार की गुजर-बसर इसी तरह से चल रही होती है कि इसी बीच दशकों पहले बने उनके मकान की छत का बड़ा हिस्सा नीचे गिर पड़ता है। ऐसे में यह बड़ा हालनुमा कमरा रहने लायक नहीं रहा। ऐसे में विधवा मां बरामदे में बसेरा कर लेती है और रिश्तेदारों के आने पर जीर्ण हालत में पड़े कमरे में रहने को उसे मजबूर होना पड़ता है। ऐसे हालात हैं जिला मुख्यालय के साथ सटे गांव अप्पर अरनियाला में रहने वाली बीपीएल परिवार से संबंधित रचना देवी पत्नी स्व. मोहिंद्र लाल के परिवार की, जोकि अपने बेटे संजीव कुमार के साथ रह रही है।
-पिछले दिनों हुई भारी बारिश के बीच अचानक ही छत नीचे गिर गई और कमरा रहने के काबिल नही रहा। अपना मकान ठीक करवाने के लिए परिवार ने कई जगहों पर अपीलें-दलीलें की हैं, लेकिन कोई अपील-दलील काम नहीं आई है। पंचायत द्वारा यूं तो इस परिवार को मकान निर्माण की राशि दिलवाने के लिए फाइल आगे बढ़ा दी है, लेकिन वह भी किसी दफ्तर के टेबल पर धूल फांकती नजर आ रही है। किसी अनहोनी के होने पर फाइल को जल्दी ढूंढा जाएगा, लेकिन इससे पहले फाइल को मंजूरी दिलवाकर गरीब परिवार के मकान का निर्माण नहीं किया जा रहा है।
रचना देवी ने कहा कि उनके परिवार को रहने के लिए काफी दिक्कतें आ गई हैं। किसी मेहमान के आने पर बरामदा छोड़कर जीर्ण हालत के कमरे में सोना पड़ता है, जिससे पूरी रात डर के साये में कटती है। उन्होंने कहा कि मकान निर्माण के लिए वह कइयों के पास जा चुकी है, लेकिन अभी तक कुछ हासिल नहीं हो पाया है।
पंचायत सचिव रवि कुमार का कहना है कि इस परिवार को मकान निर्माण के लिए राशि मिले, इसके लिए फाइल वैल्फेयर विभाग के पास भेजी जा चुकी है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद इस परिवार को राशि मिल जाएगी। एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चौहान का कहना है कि इस बारे में तत्काल कदम उठाए जाएंगे और सकारात्मकता से इस परिवार की मदद की जाएगी।