पीजीआई पहुंचने से पहले ही हुई प्रसूता की मौत, मायके व ससुराल पक्ष ने सड़क पर शव रखकर लगाया जाम

punjabkesari.in Monday, Dec 26, 2022 - 10:09 PM (IST)

ऊना (विशाल): क्षेत्रीय अस्पताल में प्रसूता की डिलीवरी के बाद खून बहना बंद न होने और परिवार के लोगों द्वारा चिकित्सक को साथ लेकर पी.जी.आई. रवाना होने के मामले में दुखद मोड़ आ गया है। प्रसूता को पी.जी.आई. पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसको मृत करार दे दिया। वहां से देर शाम ही चिकित्सक वापस आ गईं और परिवार के लोग मृतका का शव लेकर सोमवार को ऊना पहुंचे। जहां रैड लाइट चौक पर परिवार के लोगों ने शव के साथ प्रदर्शन कर चक्का जाम कर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने और चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज करने के आश्वासन के बाद परिवार के लोगों ने शव को उठाया और जाम को खोला गया।

ईसपुर निवासी मोनिका (21) की कुठेड़ा जसवालां निवासी विकास कुमार के साथ कुछ समय पहले ही शादी हुई थी और लगभग 3 दिन पहले वह डिलीवरी के लिए क्षेत्रीय अस्पताल में एडमिट हुई थी। मृतका के ससुराल और मायके पक्ष के लोगों का कहना है कि मोनिका की डिलीवरी हुई और उसने एक बच्ची को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद से खून बहना बंद नहीं हुआ और स्त्री रोग विशेषज्ञ ने उसके इलाज में कोताही बरती। चिकित्सक ने उसे पी.जी.आई. ले जाते हुए पुलिस को बुलाया और इस दौरान काफी समय जद्दोजहद में गंवा दिया, जिसके चलते पी.जी.आई. पहुंचने से पहले ही मोनिका की मौत हो गई। वहीं एम्बुलैंस में भी मरीज को मिलने वाली सुविधाएं पूरी नहीं थीं।

सोमवार दोपहर के समय मोनिका के शव के साथ मायके और ससुराल पक्ष के लोगों ने चक्का जाम कर दिया। इस दौरान डी.एस.पी. हैडक्वार्टर और एस.एच.ओ. ऊना संजीव कुमार ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने जाम नहीं खोला। वहीं मौके पर ए.एस.पी. प्रवीण धीमान भी पहुंचे और ए.डी.सी. डा. अमित शर्मा ने भी पहुंचकर परिवार के लोगों को समझाया। परिवार के लोगों ने चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कही तो पुलिस ने उनकी बात मानी और जाम को खुलवाया।

मृतका के मायके और ससुराल पक्ष द्वारा चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई को लेकर रैड लाइट चौक को शव रखकर यातायात बंद कर दिया गया। इस दौरान चौक पर आवाजाही ठप्प हो गई। इस मौके पर एम्बुलैंसों को मौके से गुजरने दिया गया, जबकि अन्य वाहनों को रोक दिया गया। वाहन गुजारने को लेकर हल्की बहस का माहौल भी बन गया। लगभग एक घंटे से अधिक समय तक यहां चक्का जाम रखा गया, जिसके चलते चंडीगढ़-धर्मशाला और ऊना-हमीरपुर मुख्य मार्गों पर आवाजाही ठप्प रही और कई किलोमीटर तक जाम लगा रहा। स्थिति यह रही कि शव उठाने के बाद भी लगभग डेढ़ घंटे तक आवाजाही सुचारू नहीं हो पाई और कछुआ चाल से ट्रैफिक आगे बढ़ता रहा।

ए.एस.पी. प्रवीण धीमान ने कहा कि शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। इसमें सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जाएगी।


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Content Writer

Kuldeep

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