हिमाचल में फैल रहा ये तेजी से वायरस, हो सकता है जानलेवा साबित
punjabkesari.in Monday, Apr 07, 2025 - 12:33 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मौसम में बदलाव के कारण इंसानों के साथ-साथ बेजुबान जानवरों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर कुत्तों के लिए यह समय खतरे से कम नहीं है, क्योंकि हाल ही में कांगड़ा जिले के निचले इलाकों में पार्वो वायरस (Parvovirus) के संक्रमण के मामले सामने आए हैं। यह वायरस पालतू और आवारा कुत्तों दोनों को प्रभावित कर सकता है, और इसके लक्षण भी खतरनाक हो सकते हैं।
पार्वो वायरस कुत्तों के लिए एक गंभीर बीमारी है, जो खासतौर पर छोटे पिल्लों और छह महीने से कम उम्र के कुत्तों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। इस वायरस के सामान्य लक्षणों में लगातार उल्टी, तेज दस्त, भूख न लगना और शरीर का तेजी से कमजोर होना शामिल हैं। कई मामलों में यह वायरस दिल की मांसपेशियों को प्रभावित करता है, जिससे उनकी अचानक मृत्यु हो सकती है।
पशुपालन विभाग ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी है। विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. संदीप मिश्रा का कहना है कि मौसमी बदलाव और गर्मी के कारण वायरस फैलने का खतरा बढ़ गया है। यह बीमारी बहुत संक्रामक है, और संक्रमित कुत्ते के संपर्क में आने से अन्य कुत्ते भी इसका शिकार हो सकते हैं। इस वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी तरीका है।
पशुपालन विभाग ने अब तक नूरपुर, फतेहपुर, इंदौरा, जवाली और देहरा जैसे क्षेत्रों में इस वायरस के संक्रमण के कई मामले दर्ज किए हैं। ऐसे में, प्रशासन ने सभी कुत्तों के मालिकों से अपील की है कि वे अपने पालतू कुत्तों का जल्द से जल्द टीकाकरण कराएं। विभाग की टीमों द्वारा लोगों को इस संक्रमण से बचने के उपायों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
टीकाकरण से इस खतरनाक वायरस के संक्रमण को रोका जा सकता है, इसलिए यह जरूरी है कि कुत्ते के मालिक समय रहते अपने कुत्तों को वैक्सीनेशन करवाएं। यह न केवल उनके पालतू कुत्ते की सुरक्षा के लिए, बल्कि पूरे इलाके में इस संक्रमण के फैलने से बचने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम है।