सिमसा में 29 वर्षो के पश्चात हुई देवता कार्तिक स्वामी के मंदिर की प्रतिष्ठा

punjabkesari.in Monday, Nov 29, 2021 - 01:12 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप) : 29 वर्षो के बाद आज मनाली के साथ लगते गांव सिमसा में आराध्यदेव कार्तिक स्वामी के मंदिर की प्रतिष्ठा समारोह व ध्वजारोहण में विशाल देव समागम का आयोजन किया गया। मंदिर की प्रतिष्ठा के लिए सुबह से ही सिमसा गांव देव वाद्य यंत्रों की धुन से गूंज उठा। गांव के साथ लगते जंगल बसेही नामक स्थान से ध्वजा लाने की प्रक्रिया देव विधि अनुसार शुरु हुई। जिसके बाद देव वाद्य यंत्रों की धुनों पर विशाल ध्वजा को मंदिर के प्रांगण में पहुंचाया गया। इस दौरान घाटी के आराध्य देवता कार्तिक स्वामी के देवसमगम व ध्वजारोहण में आस पास के देवी देवता शांडिल-गोहरी देवता घाटी की अधिष्ठाती देवी हिडिंबा व मनुऋषि, शांडिल ऋषि शलीण, वीरनाथ-पारशा, सियाली महादेव सियाल, शंख नारायण नसोगी, विष्णु भगवान सजला, जम्दग्नि ऋषि बडाग्रां, वशिष्ठ ऋषि वशिष्ठ मुख्य रुप से शरीक हुए।

ध्वजा के मंदिर प्रांगण में पहुंचते ही देवालय देवता कार्तिक स्वामी की जयघोष से गूंज उठा। कार्तिक स्वामी के मंदिर में आधे घण्टे से ज्यादा चली देव विधि के समय माहौल पूरी तरह से भक्तिमय हो गया। इस दौरान हजारों लोगों ने घाटी के देवी देवताओं से सुख समृद्धि का आशीर्वाद लिया। इस दौरान देवता कार्तिक स्वामी के कारदार युवराज व पुजारी केशव राम ने बताया कि सुबह ध्वजा लाने की देव प्रक्रिया पूरी हुई। जिसके बाद ध्वजा को वाद्य यंत्रों की धून पर मंदिर प्रांगण में पहुंचाया गया जिसके बाद मंदिर की प्रतिष्ठा समारोह की देव परंपरा का आगाज हुआ। उन्होंने बताया कि इससे पहले वर्ष 1992 में कार्तिक स्वामी के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। जिसके बाद अब करीब 29 वर्षों के पश्चात देवता के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई। उन्होंने कहा कि आज रविवार को ब्रह्म भोज का भी आयोजन होगा। प्रतिष्ठा समारोह में हजारों लोगों मौजूद रहे।
 


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prashant sharma

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