बुजुर्गों की अंतिम इच्छा भी पूरी नहीं कर पाये बेटे, विकास में बने रोड़ा

punjabkesari.in Monday, Nov 11, 2019 - 08:15 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): मंडी जिला के उपमंडल सुंदरनगर की ग्राम पंचायत छातर में स्वर्ग सिधार चुके बुजुर्गों के बेटे उनकी अंतिम इच्छा भी पूरी नहीं कर पाए हैं। क्योंकि बुजुर्गों ने स्टांप पर लिखकर ग्राम पंचायत को अनुमति दी थी कि इस जमीन से होकर गांव के लिए सड़क निकाल दी जाए लेकिन इस सड़क मार्ग को निकालने के लिए अब बेटे रोड़ा बन गए हैं। मामले को लेकर ग्राम पंचायत छातर का एक प्रतिनिधिमंडल  पंचायत प्रधान मीना देवी के नेतृत्व में एसडीएम सुंदरनगर से मिला समस्याओं के संदर्भ में एक ज्ञापन पत्र भी सौंपा गया। प्रधान का कहना है कि इस क्षेत्र के कुछ शरारती तत्वों ने इस ओर से जा रहे मार्ग को बाधित कर दिया है और रोड नहीं निकलने दिया जा रहा है। जबकि उनके पूर्वजों ने गांव को रोड से जोडऩे के लिए स्टांप पर लिखकर ग्राम पंचायत को अनुमति दी थी कि इस जमीन से होकर गांव के लिए सड़क निकाल दी जाए।

ऐसा करने से रोका तो ग्राम पंचायत प्रधान को गाली-गलौच कर दी

लेकिन जब सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ तो पूर्वजों के बेटों ने सड़क निकालने की बजाय बंद कर दी। क्योंकि वह बुजुर्ग तो अब इस दुनिया में नहीं रहे । लेकिन एक नेक कार्य में उनके बेटे रोड़ा बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के व्यक्ति ने अपने घर के पास से सड़क नहीं बनने दी और इसके साथ में ही रसोईघर में बाल बाऊंड्री का निर्माण कार्य शुरू कर दिया। उनको ऐसा करने से रोका तो ग्राम पंचायत प्रधान को गाली-गलौच कर दी। लेकिन पंचायत की शिकायत पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है। इस बात को लेकर पंचायत की जनता को गहरा मलाल है इस समस्या का समाधान करने के लिए शासन और प्रशासन से उचित कार्रवाई समय रहते जनहित में लाने की मांग की है।

ये सदस्य रहे उपस्थित

छतर पंचायत प्रधान मीना का कहना है कि इस मौके पर ग्रामीण विनोद कुमार, राजकुमार, नरोत्तम राम, शशि कुमार, राजकुमार, रतन, माया, कांता, संजय, शीला, निशा, सत्या, तारा, कांता, रीना, सुनीता, आशा, विमला, कुसमा, संजय कुमारी महिला मंडल संगागण की सदस्यों समेत अन्य तमाम पंचायत की जनता मौजूद रही।


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Kuldeep

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