अब ई-वाहन में चिंतपूर्णी मंदिर पहुंचेगे श्रद्धालु, ट्रायल सफल
punjabkesari.in Sunday, Jan 08, 2023 - 12:02 AM (IST)

ऊना/चिंतपूर्णी (सरोज/हिमांशु): प्रमुख धार्मिक स्थल छिन्नमस्तिका धाम चिंतपूर्णी मंदिर में श्रद्धालुओं को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में नवनिर्वाचित सरकार के सत्ता संभालते ही इस दिशा में कई सकारात्मक कदम उठाए गए हैं। मंदिर आयुक्त एवं डीसी राघव शर्मा ने बताया कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को माईदास मंदिर सदन से चिंतपूर्णी मंदिर स्थल तक जाने के लिए किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिए ई-वाहन का शनिवार को ट्रायल किया गया। उन्होंने बताया कि 8 सवारियों की क्षमता वाले ई-वाहन का ट्रायल सफल रहा। इसके पहले 4 सवारियों की क्षमता वाले ई-रिक्शा का भी सफल ट्रायल किया जा चुका है।
श्रद्धालुओं को मंदिर आने-जाने के लिए मिलेगी सुविधा
उन्होंने बताया कि ई-वाहन और ई-रिक्शा के संचालन से चिंतपूर्णी मंदिर के लिए भविष्य में न केवल श्रद्धालुओं को मंदिर आने-जाने के लिए सुविधा मिलेगी, बल्कि इससे वातावरण में भी सकारात्मक सुधार होगा। इस अवसर पर उपमंडलाधिकारी (ना.) अम्ब डाॅ. मदन कुमार, मंदिर अधिकारी चिंतपूर्णी बलवंत पटियाल, चिंतपूर्णी मंदिर न्यास के सहायक नियंत्रक (वित्त) शम्मी राज भारद्वाज, चिंतपूर्णी मंदिर न्यास के सहायक अभियंता राज कुमार जसवाल और ई-वाहन निर्माता कंपनी सतलुज गोल्फ कार्ट के प्रतिनिधि इंद्रजीत सिंह सहित अनेक गण्यमान्य लोग मौजूद थे।
पौड़ियों के सौंदर्यीकरण कार्य पर खर्च होंगे 61 लाख रुपए
मंदिर परिसर के समीप माता की बावड़ी वाली पौड़ियों के सौंदर्यीकरण कार्य पर 61 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसके अलावा चिंतपूर्णी मंदिर से अमलैहड़ होते हुए चिंतपूर्णी रेलवे स्टेशन (कुनेरन) तक सड़क निर्माण कार्य पर 6 करोड़ रुपए तथा बाबा माई दास सदन में आधुनिक सुविधायुक्त पुस्तकालय पर 20 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। सभी विकास कार्य प्रगति पर हैं तथा कार्य पूर्ण होने पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं में इजाफा होगा।
11.20 करोड़ रुपए से बनेगा संग्रहालय
इसके अलावा रोपवे तथा एस्कलेटर निर्माण परियोजनाओं के कार्यों को भी शीघ्र अमलीजामा पहनाने का प्रयास किया जा रहा है। डीसी ने बताया कि छिन्नमस्तिका धाम चिंतपूर्णी से जुड़े इतिहास व इससे संबंधित अन्य जानकारियों के बारे में श्रद्धालुओं को अवगत करवाने के लिए मंदिर में 11 करोड़ 20 लाख रुपए की लागत से एक संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है। चिंतपूर्णी क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के उद्देश्य से पुराना बस अड्डा चिंतपूर्णी स्थल पर 1 करोड़ 38 लाख रुपए की लागत से एक प्रतीक्षालय, बड़ा हॉल, जूता घर, पीने के पानी की व्यवस्था तथा शौचालय ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है। माधो का टिल्ला नामक स्थान पर 1 करोड़ 24 लाख रुपए की लागत से एक सामुदायिक भवन, खुला मैदान तथा शौचालय ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here