Una: आंगनबाड़ी वर्कर का बेटा बना न्यूक्लियर साइंटिस्ट, बेटी ने रासायनिक विज्ञान में की पीएचडी
punjabkesari.in Tuesday, Nov 12, 2024 - 05:39 PM (IST)
अम्ब (विवेक): ऊना जिला के उपमंडल अम्ब के लोहारा गांव की आंगनबाड़ी वर्कर के बच्चों सुशांत वशिष्ठ का चयन न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में बतौर साइंटिस्ट हुआ है तो बेटी डाॅ. दीक्षा वशिष्ठ ने आईआईटी रूपनगर से रासायनिक विज्ञान में पीएचडी की डिग्री हासिल की है। उनके पिता नरेश वशिष्ठ इलैक्ट्राॅनिक रिपेयर की दुकान करते हैं।
न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में बतौर साइंटिस्ट चयनित हुए सुशांत वशिष्ठ ने गांव के ही राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से जमा दो तक की शिक्षा ग्रहण की और इसके बाद इंजीनियरिंग काॅलेज सुंदरनगर से बीटैक (मैकेनिकल) की डिग्री हासिल की। इसके बाद नोएडा में रोबर्ट कंपनी में जाॅब हासिल करने के बाद जालंधर में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन में नौकरी हासिल की।
सुशांत वशिष्ठ का सपना साइंटिस्ट बनने का था, जिसके चलते उन्होंने गेट की परीक्षा में 600 अंक हासिल कर आईआईटी कानपुर में पीएचडी में दाखिला लिया। इसी बीच उन्होंने परमाणु ऊर्जा विभाग का टैस्ट क्लीयर कर न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन में बतौर साइंटिस्ट नियुक्ति पाकर अपने माता-पिता के सपने को साकार किया। सुशांत की बहन डॉ. दीक्षा वशिष्ठ ने भी गांव के ही सरकारी स्कूल से जमा दो की पढ़ाई के बाद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्ब से बीएससी करने के प्रदेश विश्वविद्यालय से एमएससी की डिग्री हासिल की।
कड़ी मेहनत के दम पर दीक्षा ने गेट की परीक्षा पास कर आईआईटी रूपनगर से पीएचडी की डिग्री हासिल की। दोनों भाई-बहन ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। युवाओं को सफलता का मंत्र देते हुए वे कहते हैं कि सफलता का कोई शाॅर्टकट नहीं है। इसके लिए कड़ी मेहनत की जरूरत है। उधर, विधायक सुदर्शन सिंह बबलू, हिमाचल प्रदेश एससी कमीशन के चेयरमैन कुलदीप कुमार, पूर्व विधायक बलवीर सिंह ने साइंटिस्ट सुशांत वशिष्ठ व डाॅ. दीक्षा वशिष्ठ की कामयाबी पर उन्हें बधाई दी है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here