सड़क पर उतरे सोलन के ऑटो चालक, बोले- बेवजह प्रताडि़त कर रहा प्रशासन

punjabkesari.in Friday, Oct 12, 2018 - 09:38 AM (IST)

सोलन : प्रशासन द्वारा की जा रही सख्ती के विरोध में सोलन शहर के ऑटो चालकों ने वीरवार को सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया और रैली निकाली। इसके अलावा ऑटो चालकों ने आगामी आंदोलन के लिए भी रणनीति बनाई। ऑटो चालकों का कहना है कि प्रशासन उन्हें बेवजह प्रताडि़त कर रहा है और इससे उनकी रोजी-रोटी पर भी संकट आ गया है और सोलन की जनता भी खासी परेशान हो रही है।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले सोलन की मां शूलिनी ऑटो यूनियन ने जिला प्रशासन और परिवहन विभाग से शहर में चल रहे उन ऑटो चालकों की शिकायत की थी, जो नियमों को ताक पर रखकर सबलैट किए गए हैं। इसके बाद परिवहन विभाग के अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों पर शिकंजा कसा, जिससे शहर में करीब आधे ऑटो गायब हो गए थे। इससे शहर में आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई जगह लोगों को समय पर ऑटो नहीं मिले तो पैदल ही सफर करना पड़ा। इसे लेकर वीरवार को ऑटो चालक राजेंद्र की अध्यक्षता में सभी ऑटो चालकों ने हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। इन चालकों का कहना है कि उनके पास अपने ऑटो नहीं हैं, लेकिन वे पिछले 15-20 सालों से ऑटो चलाकर रोजी-रोटी कमा रहे हैं। अब प्रशासन को सबलैटिंग की याद आई तो उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। राजेंद्र ने बताया कि बेरोजगार लोगों को ऑटो रिक्शा चलाने के लिए परमिट दिए गए थे।

उन्होंने बताया कि इसी तरह बस, ट्रक व टैक्सी आप्रेटरों को भी परमिट दिए जाते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि यदि उन्हें परमिट दिया गया है तो वे कोई अन्य नौकरी या कार्य नहीं कर सकते या फिर चालक अन्य कोई वाहन नहीं ले सकता। कई ऑटो रिक्शा आप्रेटर बुजुर्ग हो गए हैं और अब वे इतनी मेहनत भी नहीं कर पाते, ऐसे में उन्होंने अपने ऑटो या तो चालकों के पास चलाने को दिए हैं या फिर उनके परिवार के सदस्य चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई गलत बात नहीं है, क्योंकि उन्होंने पैसे देकर ऑटो खरीदा है और वे टैक्स भी दे रहे हैं। हां यदि कोई बिना लाइसैंस या फिर नियमों को तोड़कर जनता को परेशान करता है तो उस पर प्रशासन को सख्ती करनी चाहिए, लेकिन प्रशासन सबलैटिंग के नाम पर सभी चालकों को परेशान कर रहा है। कई चालकों ने परमिट के लिए अप्लाई भी किया है, लेकिन सरकार बेरोजगार चालकों को परमिट नहीं दे रही और नियमों को ताक पर रखकर चहेतों को परमिट दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में वे डी.सी. सोलन, परिवहन सचिव व परिवहन मंत्री को भी ज्ञापन देंगे। यदि इसके बाद भी उनकी बात अनसुनी की गई तो वे जन आंदोलन चलाएंगे और बाद में आक्रोश आंदोलन शुरू करेंगे और जनता को बताएंगे कि कैसे लोगों को स्वरोजगार के नाम पर ठगा जा रहा है।
 
यूनियन का नाम हो रहा बदनाम
मां शूलिनी ऑटो रिक्शा यूनियन के चेयरमैन रवि गुप्ता व प्रधान दिनेश शर्मा ने बताया कि सबलैट पर दिए गए ऑटो में कई लोग तो बिना लाइसैंस के ही ऑटो चला रहे हैं। यही नहीं, ये नियमों को ताक पर रखकर अधिक वसूली व अधिक सवारियों को बिठा रहे हैं। इससे मां शूलिनी ऑटो यूनियन का नाम भी बदनाम हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई सही है, जिससे जनता को भी परेशानी नहीं होगी। 
 


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kirti

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