शिमला में आफत बनी बर्फबारी, पटरी पर पूरी तरह नहीं लौटा जनजीवन

punjabkesari.in Saturday, Feb 05, 2022 - 07:11 PM (IST)

शिमला (राजेश): हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बर्फबारी आफत बन कर आई है। बर्फबारी थमने के बाद भी जनजीवन पूरी तरह पटरी पर नहीं आ पाया है। शिमला के विभिन्न संपर्क मार्गों पर अधिक बर्फ और फिसलन होने के चलते स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि मुख्य मार्गों सहित अन्य संपर्क मार्गों को खोलने के लिए दिनभर कार्य जारी रहा लेकिन स्थिति सामान्य होने में अभी कुछ समय और लग सकता है और रविवार तक स्थिति सामान्य होने की संभावना है। सड़कों पर अधिक फिसलन होने के चलते लोगों को पैदल चलने में भी परेशानी पेश आई और कई स्थानों पर लोग फिसल कर गिरे भी, जिससे उन्हें चोटें आई हैं। यातायात के लिए कार्ट रोड खोलने के बावजूद यहां पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। इसके अलावा यातायात सुचारू रखने के लिए गाड़ियां बाईपास से भी भेजी गईं। 
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शनिवार दोपहर 2 बजे के बाद बसों के लिए बहाल हुआ शिमला

बीते शुक्रवार को दिनभर बर्फबारी के चलते बाहरी जिलों व राज्यों से कटा शिमला शनिवार दोपहर 2 बजे के बाद बसों के लिए बहाल हो सका, जिसके बाद शिमला में फंसे लोग बसों में अपने गंतव्यों की ओर निकले। निगम प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार सुबह शहर में न तो बाहरी राज्यों और न ही अन्य जिलों के लिए बस ऑप्रेशन शुरू हो सका। चंडीगढ़ व दिल्ली के लिए करीब 11 बजे तक शोघी से ही बसें भेजी गईं। यात्रियों को सड़क मार्ग में भारी फिसलन के कारण शोघी तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया। छोटे वाहनों व टैक्सियों में बहुत मुश्किलों से लोग शोघी तक पहुंचे और चंडीगढ़ को रवाना हुए। वहीं एनएच-5 यानी शिमला-मंडी मार्ग भी दोपहर बाद भी बस सेवाओं के लिए बंद रहा। सुबह मंडी, कांगड़ा व हमीरपुर के लिए निगम ने घणाहट्टी से ही बसें भेजीं, क्योंकि शुक्रवार को बसें शिमला नहीं पहुंच पाईं और उन्हें घणाहट्टी में ही खड़ा किया गया। ऐसे में यात्री विभिन्न स्थानों से पैदल घणाहट्टी पहुंचे और वहां से बसें लीं। हीरानगर व ढांडा में फिसलन अधिक होने के कारण कुछ बसों को निगम द्वारा तारादेवी, बडैहरी व धमून होकर भी भेजा गया लेकिन दोपहर बाद करीब 2 बजे ढांडा-हीरानगर मार्ग भी बहाल हो गया, जिसके बाद बसें टुटू से होकर ही मंडी मार्ग पर गईं। ऐसे में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
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हीरानगर मार्ग पर फिसलन अधिक होने से घंटों लगा रहा जाम 

प्रशासन द्वारा दोपहर बाद मंडी-शिमला मार्ग तो बहाल कर दिया गया था लेकिन हीरानगर से पहले सड़क पर अधिक फिसलन होने के कारण करीब 2 घंटे तक लोग जाम में फंसे रहे। मार्ग खुलने के बाद बसों सहित मनाली जाने वाले पर्यटकों के वाहनों की भी इस मार्ग पर लाइन लग गई, जिस कारण लोग जाम में फंसे रहे। टुटू में भी करीब डेढ़ घंटे तक बसों व वाहनों का जाम लगा रहा। बर्फबारी के चलते शनिवार को शिमला शहर के उपनगरों में दोपहर 3 बजे तक बसें नहीं चल पाईं। हालांकि प्रशासन द्वारा दोपहर करीब 12 बजे ओल्ड बस स्टैंड से आईएसबीटी मार्ग खोल दिया गया था, जिसके बाद इस मार्ग पर बस सेवा बहाल हो सकी लेकिन उपनगरों के लिए मार्ग बंद रहा। शिमला-घणाहट्टी मार्ग पर दोपहर 3.30 बजे बसें भेजीं लेकिन बालुगंज के पास फिसलन अधिक होने से बसों को चलने में परेशानी आई। वहीं पुराना बस स्टैंड लक्कड़ बाजार-संजौली मार्ग देर शाम भी नहीं खुल पाया और निगम ने रूट पर बसें नहीं भेजीं। निगम प्रबंधन का कहना है कि पिछली बार भी इस मार्ग पर बर्फबारी के बाद बसें भेजी थीं और बसें स्किड हुई थीं, जिससे बसों को भारी नुक्सान हुआ था। लक्कड़ बाजार-संजौली मार्ग रविवार को खुलने की संभावना है, वहीं विकास नगर-मैहली मार्ग पर भी दोपहर बाद बसें चल सकीं। मंडी व कांगड़ा की बसें भी 3.30 बजे आईएसबीटी पहुंचीं। 
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ऊपरी शिमला तीसरे दिन भी रहा बंद, रविवार दोपहर तक बसें भेजने की उम्मीद

बर्फबारी के चलते जहां शिमला शहर में दोपहर बाद बस सेवा बहाल हो सकी, वहीं ऊपरी शिमला तीसरे दिन भी बंद रहा। निगम द्वारा कोई भी बस अप्पर शिमला के रूटों पर नहीं भेजी गई। आरएम तारादेवी विनोद शर्मा ने बताया कि भारी बर्फबारी के चलते ऊपरी शिमला के मार्गों में अधिक फिसलन है। यदि रात को बादल छाए रहे तो मार्ग साफ हो सकता है, ऐसे में रविवार को दोपहर बाद बसें भेजने की उम्मीद है। यदि मार्ग पर फिसलन बनी रहती है तो बसें भेजना मुश्किल हो सकता है। उन्होंने बताया कि बर्फबारी के चलते ऊपरी शिमला के 200 के करीब रूट प्रभावित हैं।

दोपहर बाद कई क्षेत्रों में मिला दूध-ब्रैड

बर्फबारी के चलते राजधानी शिमला में यातायात सुबह के समय पर पूरी तरह से बंद था, जिसके चलते दूध-बै्रड की सप्लाई लोगों को समय पर नहीं मिल पाई। प्रशासन ने शहर की सड़कों से बर्फ हटाने का काम युद्ध स्तर पर किया, जिसके चलते दोपहर बाद कई क्षेत्रों में दूध-बै्रड की सप्लाई पहुंच पाई, मगर ऊपरी शिमला के लिए दूध, ब्रैड व अन्य डेली नीड की सप्लाई नहीं पहुंच पाई।
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अवरुद्ध सड़कों की बहाली को युद्धस्तर पर किया जा रहा काम : आदित्य नेगी

शिमला शहर तथा जिले के अन्य स्थानों पर भारी बर्फबारी के कारण अवरुद्ध सड़कों तथा मार्गों को सुचारू करने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है, ताकि जिले के नागरिकों को इस दौरान किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। जिलाधीश शिमला आदित्य नेगी ने जिले के नागरिकों तथा पर्यटकों से इस दौरान एहतियात बरतने का आग्रह किया ताकि फिसलन भरी सड़कों पर किसी भी प्रकार की अनहोनी का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के पास पर्याप्त मात्रा में मशीनरी तथा लेबर उपलब्ध है, जो बर्फ  को हटाने में लगातार जुटी हुई है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 76 जेसीबी, 9 रोबोट तथा 12 डोजर के साथ पर्याप्त मात्रा में लेबर के माध्यम से बर्फ  हटाने का कार्य किया जा रहा है। नेगी ने बताया कि शिमला शहर में 11 जेसीबी व 5 रोबोट के द्वारा बर्फ  हटाई जा रही है, वहीं लेबर के माध्यम से सड़कों तथा मार्गों से बर्फ  हटाने के साथ-साथ फि सलन भरी सड़कों पर रेत बिछाई जा रही है। उन्होंने बताया कि शिमला शहर के अतिरिक्त शिमला ग्रामीण में 11 जेसीबी, 2 डोजर तथा एक रोबोट, ठियोग उपमंडल में 7 जेसीबी, 4 डोजर तथा 2 रोबोट, कोटखाई तथा रोहड़ू उपमंडल में 9 जेसीबी, 2 डोजर तथा एक रोबोट, रामपुर बुशहर उपमंडल में 7 जेसीबी तथा 2 डोजर, चौपाल उपमंडल में 24 जेसीबी तथा कुमारसैन उपमंडल में 7 जेसीबी तथा 2 डोजरों के द्वारा युद्ध स्तर पर बर्फ  हटाने का कार्य किया जा रहा है।
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देर शाम तक सड़कों से बर्फ हटाने में जुटा रहे नगर निगम के कर्मी

शिमला में सीजन की तीसरी बर्फबारी से निपटने के लिए एमसी की टीम मुस्तैद दिखी। शहर के अस्पतालों आईजीएमसी व केएनएच की सड़कों से बर्फ हटाने का काम रात भर चलता रहा ताकि आपातकालीन स्थिति में वाहनों को अस्पताल पहुंचने में कोई परेशानी न हो। भारी बर्फबारी से सड़कों की फिसलन को कम करने के लिए एमसी ने शैडो जोन एरिया में नमक और कैल्शियम क्लोराइड का इस्तेमाल किया, जिससे सड़कों की फिसनल को कम करने में मदद मिलती है। एमसी ने शैडो जोन एरिया जहां पर फिसलन अधिक बनी हुई है, उन जगहों पर रेत के साथ ही नमक डाला है ताकि लोगों को आने-जाने में परेशानी न हो। शहर के आईजीएमसी, लक्कड़ बाजार, छोटा शिमला व जाखू सहित अन्य सड़कों पर नमक और कैल्शियम क्लोराइड डाला है। शनिवार सुबह से सड़कों से बर्फ हटा कर रास्तों और सड़कों को बहाल करने का काम शुरू किया गया है। एमसी का दावा है कि शहर की ज्यादातर सड़कों और रास्तों को बहाल कर दिया गया है। वहीं निगम आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि सभी सड़कों को बहाल करने तथा वार्डों के रास्तों व एम्बुलैंस रोड से बर्फ हटाने के निर्देश दिए हैं, साथ ही फिसनल कम करने के लिए रेत डालने के आदेश दिए हैं। बर्फबारी को लेकर टोल फ्री नंबर 1916 पर भी लोगों ने बर्फ हटाने और सड़कों और संपर्क मार्गों को बहाल करने के लिए निगम के पास शिकायत दर्ज करवाई है, जिसके बाद प्रशासन ने रोड बहाल किए।
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Content Writer

Vijay

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