प्रशासन का बड़ा कदम: जनवरी तक बेसहारा पशु मुक्त होगा हिमाचल का यह जिला
punjabkesari.in Monday, Dec 22, 2025 - 04:55 PM (IST)
शिमला, (ब्यूरो): जिला में सड़क किनारे घूम रहे बेसहारा पशुओं को गौशाला तक पहुंचाने के लिए हर उपमंडल स्तर पर समिति गठन को लेकर अधिसूचना डी.सी. अनुपम कश्यप ने जारी कर दी है। इस अधिसूचना के अनुसार समिति के अध्यक्ष एस.डी.एम. होंगे। इसके साथ ही अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, खंड विकास अधिकारी, थाना प्रभारी, नगर निकाय/पंचायत सदस्य, स्थानीय गौशाला का प्रतिनिधि / पशु आश्रय के प्रतिनिधि इस समिति के सदस्य रहेंगे। इसके अलावा वरिष्ठ पशु चिकित्सक समिति के सदस्य सचिव के तौर पर नियुक्त होंगे।इस समिति को बेसहारा पशुओं को 15 दिनों के भीतर उपमंडल के परिधि क्षेत्र से इकट्ठा करके गौशाला तक पहुंचाना होगा। फिर इसकी रिपोर्ट 15 दिन बाद डी.सी. को पेश करनी होगी।
डी.सी. ने 15 दिवसीय विशेष अभियान की अधिसूचना जारी कर दी है। यह अभियान हर उपमंडल में एस.डी.एम. की अध्यक्षता में समिति के माध्यम से धरातल पर लागू किया जाएगा। डी.सी. की अध्यक्षता में आयोजित विशेष बैठक में फैसला लिया गया कि जनवरी 2026 में जिला शिमला के सभी चिन्हित स्थानों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को नजदीकी गौ सदनों में पहुंचाया जाएगा। नववर्ष में पूरा जिला बेसहारा पशु मुक्त बनाया जाएगा।
जिला भर में 272 बेसहारा पशु चिन्हित
डी.सी. ने बताया कि पशुधन हमारी धरोहर है, इन्हें बेसहारा नहीं छोड़ना चाहिए। जिन भी लोगों ने अपने पशु छोड़े हैं, उनसे विनम्र आग्रह है कि अपने पशुओं को वापस ले जाएं। उन्होंने कहा कि सर्दियों में बेसहारा पशुओं की जान जाने का खतरा भी रहता है। इसके अलावा सड़क दुर्घटनाएं भी इनकी वजह से होती है।
जिला प्रशासन के आदेशों पर पशुपालन विभाग ने एक सर्वेक्षण हाल ही में करवाया था, जिसमें पाया गया कि पशु पूरे जिला भर में 272 बेसहारा हैं। अब इन सभी बेसहारा पशुओं को नजदीकी गौ सदनों में पहुंचाया जाएगा। जिला में विभिन्न गौ सदनों में करीब 3500 के करीब पशुओं को रखने की क्षमता है लेकिन अभी तक 2500 के करीब पशु ही रखे गए हैं। ऐसे में 272 पशुओं को क्षमता के अनुसार नजदीकी गौ सदनों तक पहुंचाया जाएगा।
इन स्थानों पर हैं बेसहारा पशु
जिला में पशुपालन विभाग की ओर से किए सर्वेक्षण में अग्रलिखित स्थानों पर काफी तादाद में बेसहारा पशु पाए गए हैं। इन्हीं स्थानों को बेसहारा पशु मुक्त बनाया जाएगा। इनमें एस. वी.एच. (स्टेट वैटर्नरी हॉस्पिटल) शिमला के तहत टुटू चौक, तारा देवी हाईवे, खलीनी में हनुमान मंदिर के समीप, सब डिवीजनल वैटर्नरी हॉस्पिटल ज्यूरी के तहत नैनी (बढ़ाल), राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल के समीप, खनेरी अस्पताल के नजदीक, झाकड़ी बस स्टॉप, बस स्टॉप रामपुर, तलाई मंदिर, भद्राश बाजार, नीरथ बाजार, बिथल, दत्तनगर, ओड्डी बाजार, किंगल बाजार, कुमारसैन बस स्टॉप भैराखड, बिथल बस स्टॉप और कोटगढ़ में बेसहारा पशु चिन्हित किए गए हैं। सब डिवीजनल वैटर्नरी हॉस्पिटल ठियोग के तहत मतियाना, शिलारू, नारकंडा, संधू, छैला, कोटखाई और गुम्मा एस. डी. वी.एच. चौपाल के तहत नगर पंचायत नेरवा, फेडिजपुल और गुम्मा व मिनस क्षेत्र, सब डिवीजनल वैटर्नरी हॉस्पिटल रोहड़ के तहत एम.सी. रोहडू, एन.ए.सी. चिड़गांव और एन.ए.सी. जुब्बल को चिन्हित किया गया है।

