आज प्रदेश के 9 जिलों में हीट वेव ऑरैंज अलर्ट, 19 व 20 को इंद्रदेव बरसा सकते हैं राहत की फुहारें

punjabkesari.in Sunday, Jun 16, 2024 - 11:05 PM (IST)

शिमला (संतोष): प्रदेश में रविवार को लू चली है जिससे शिमला से लेकर ऊना तक हीट वेव से लोग खासे परेशान होकर रह गए हैं। इस बार गर्मी ने पिछले कई रिकार्ड तोड़ डाले हैं और लोग गर्मी में झुलसने को मजबूर हैं। रविवार को मौसम विभाग ने प्रदेश में हीट वेव का ऑरैंज अलर्ट जारी किया था, जिसके तहत प्रदेश के 9 जिलों शिमला, ऊना, हमीरपुर, सोलन, कुल्लू, कांगड़ा, सिरमौर, बिलासपुर व मंडी जिलों में भीषण लू चली है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी इन्हीं 9 जिलों में भीषण लू चलने का ऑरैंज अलर्ट जारी किया गया ​है। जबकि मंगलवार से मौसम करवट बदलेगा, लेकिन इन्हीं 9 जिलों में हीट वेव चलने का यैलो अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण 19 व 20 जून को प्रदेश के हर हिस्से में वर्षा होने का अंदेशा जताया गया है जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।

इसका असर 21 जून को भी रहेगा और इन 3 दिनों में एक-दो स्थानों में बिजली चमकने के साथ तूफान चलने की भी संभावनाएं हैं। रविवार को ऊना में अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री रहा है, जो कि सबसे गर्म दिन रहा है, वहीं राजधानी शिमला का अधिकतम तापमान 31 डिग्री रहा है, जिससे शिमला में भी लोग गर्मी से खासे परेशान हुए। हालांकि इस बीच हवाएं चली जिससे लोगों ने थोड़ी राहत अवश्य पाई है। इसके अलावा प्रदेश के 9 शहरों का तापमान 40 डिग्री पार चला हुआ है, जिसमें सुंदरनगर में 41.6, कांगड़ा में 41.4, मंडी में 40.7, बिलासपुर में 43.2, हमीरपुर में 42.4, चंबा में 41, धौलाकुंआ में 43.7, बरठीं में 41.3 डिग्री तापमान रहा।

राज्य में पिछले 24 घंटों में मौसम पूरी तरह से शुष्क रहा और कहीं पर भी वर्षा नहीं हुई लेकिन सिरमौर और मंडी जिलों में भीषण लू चली, जबकि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन, कांगड़ा व कुल्लू जिलों में हीट वेव चली। मौसम विभाग के अनुसार मई व जून में 22 दिन हीट वेव के रहे हैं, जिसमें 11 दिन मई और जून में भी 11 दिन लू चली है। 19 से मौसम में बदलाव आने की संभावनाएं हैं और इसके साथ ही प्री-मॉनसून की वर्षा भी निर्भर करेगी।

मौसम विभाग ने लू के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि लंबे समय तक धूप में रहने वाले या भारी काम करने वाले लोगों में उच्च तापमान और गर्मी से होने वाली बीमारियों के लक्षणों की संभावनाएं बढ़ जाती हैं, वहीं शिशुओं, बुजुर्गों व पुरानी बीमारियों वाले लोगों के लिए भी यह हानिकारक है। इसलिए गर्मी के संपर्क में आने से बचें, ठंडे रहे और निर्जलीकरण से बचाव करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, चाहे प्यास भी न लगी हो। खुद को हाईड्रेटिड रखने के लिए ओआरएस, घर के बने पेय लस्सी, चावल का पानी, नींबू पानी आदि का खूब सेवन करें।


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Kuldeep

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