Shimla: सोमवार को दो जिलों में रहेगा भारी बारिश का यैलो अलर्ट, नुक्सान का आंकड़ा 2100 करोड़ पार
punjabkesari.in Sunday, Aug 17, 2025 - 10:06 PM (IST)

शिमला (संतोष): राज्य में मानसून की हो रही बारिश से दुश्वारियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कुल्लू जिला में तड़के 4 बजे शालानाला में बादल फटने की घटना सामने आई है, जिससे कुल्लू और मंडी के कई इलाकों में भारी नुक्सान हुआ। टकोली-मंडी और टकोली फोरलेन पर फ्लड के बाद मलबा आ गया। वहीं मलाणा डैम भी क्षतिग्रस्त हो गया। कुल्लू व मंडी के अलग-अलग इलाकों में 10 से ज्यादा घरों को नुक्सान हुआ। कई घरों में मलबा भर गया। शालानाला खड्ड में बाढ़ आने से एक कंपनी के ऑफिस और कालोनी की दीवार टूट गई। कर्मचारियों ने भाग कर जान बचाई। टकोली, पनारसा और नगवाई में 10 से अधिक गाड़ियों को भी नुक्सान हुआ। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन मंडी और कुल्लू में जगह-जगह बंद हो गया।
मंडी जिला के बागी पराशर में भी फ्लैश फ्लड से नुक्सान की सूचना है। उधर, बिलासपुर और हमीरपुर की सीमा स्थित झंडूता विधानसभा क्षेत्र में भलू पुल के पास रविवार को शुक्र खड्ड का पानी अंतिम संस्कार को बनाई चिता तक पहुंच गया। उस समय चिता जल रही थी। पानी के तेज बहाव से चिता के बुझने और बह जाने का खतरा था, इसलिए लोगों ने जेसीबी मंगवाकर मलबा हटाया और पानी के बहाव को दूसरी ओर मोड़ा गया। कुल्लू जिला में कई इलाकों में नालों में बाढ़ से फसलें और भूमि क्षतिग्रस्त हुई हैं। पिरडी में तीन गाड़ियां बह गईं, जबकि भुंतर बाजार में पानी घुस आया। मणिकर्ण घाटी के रसोल और नौरी-फाटी-कशावरी में मकान, पुलिया और घराट क्षतिग्रस्त हुए। निरमंड और बंजार क्षेत्र में भी मकानों और गौशालाओं को नुक्सान पहुंचा है।
सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में बाता और यमुना नदी उफान पर हैं जिससे एनएच 707 पर आवाजाही बाधित हो रही है और कई रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया। शिमला-करसोग मार्ग पर तत्तापानी के पास सड़क का हिस्सा ढह गया है और सतलुज का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सुन्नी-तत्तापानी का मुख्य पुल भी खतरे की जद में आ गया है। सिरमौर जिले में गिरि जाटों डैम से छोड़ा गया पानी निचले इलाकों में खतरा बढ़ा रहा है। बिलासपुर जिला में आसमानी बिजली गिरने से रविवार को चार मवेशियों की मौत हो गई और एक महिला घायल हो गई। महिला का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। प्रशासन ने प्रभावित परिवार को सहायता का आश्वासन दिया है।
20 जून से आरंभ हुए मानसून सीजन में अब तक 263 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 332 घायल व 37 लापता हो गए हैं। राज्य में अब तक भूस्खलन की 66, फ्लैश फ्लड की 74 व बादल फटने की 36 घटनाएं प्रकाश में आ चुकी हैं। बारिश से लोगों की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। रविवार शाम तक राज्य में 3 एनएच व 352 संपर्क मार्ग अवरुद्ध चल रहे हैं। इनमें जिला किन्नौर में एनएच 05 टिंकू नाला, कुल्लू जिला में एनएच 305 गजाधार, फेरडानाला व जहेड़, मंडी में एनएच 21 भारी बारिश के कारण अवरुद्ध है। मंडी में सबसे अधिक 201, कुल्लू जिला में 63, सिरमौर में 28 व कांगड़ा में 27 संपर्क मार्ग अवरूद्ध हैं जबकि 1067 बिजली ट्रांसफार्मर ठप्प पड़े हैं, जिससे कई इलाकों में ब्लैकआऊट छाया हुआ है। कुल्लू जिला में सर्वाधिक 557, मंडी जिला में 385, लाहौल-स्पीति में 112 ट्रांसफार्मर ठप्प हैं। 116 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित चल रही हैं, जिसमें मंडी में सर्वाधिक 44, कांगड़ा में 41, हमीरपुर में 14 पेयजल योजनाएं शामिल हैं। राज्य को अब तक 2173 करोड़ से अधिक का नुक्सान हो चुका है, जिसमें सर्वाधिक लोक निर्माण विभाग को 1216 करोड़, जल शक्ति विभाग को 697 करोड़, बिजली बोर्ड को 139 करोड़ की चपत लग चुकी है।
आज यैलो अलर्ट, कल व परसों नहीं रहेगा अलर्ट, लेकिन 21 से फिर चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को चम्बा व कांगड़ा जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा। मंगलवार व बुधवार को किसी भी प्रकार का अलर्ट जारी नहीं किया गया है, अपितु 21 अगस्त से फिर से यैलो अलर्ट जारी किया गया है। रविवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हुई, जिसमें धौलाकुंआ में सर्वाधिक 104.5, नाहन में 30, शिमला व मनाली में 10-10, सुंदरनगर में 6, भुंतर में 3, धर्मशाला में 6.4, सोलन में 5, कांगड़ा में 3, मंडी में 2, बिलासपुर में 0.5, चम्बा में 1, जुब्बड़हट्टी में 2, कुफरी में 13.5, नारकंडा में 4.5, सेओबाग में 1, नेरी में 1.5, बजौरा में 1 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि कल्पा में बूंदाबांदी हुई। इससे पूर्व शनिवार रात्रि को मंडी जिला के कटौला में सर्वाधिक 12, कांगड़ा में 11, नगरोटा सूरियां में 11, नाहन में 10, जोगिंद्रनगर में 8, पांवटा में 7, भुंतर में 6, पालमपुर में 6, गुलरे में 6, कसोल में 5, सुजानपुर टिहरा में 4 सैंटीमीटर वर्षा हुई। राजधानी शिमला में दिन में बारिश के बाद शाम को धूप खिली।