Weather Update: 3 जिलों में भारी बारिश का ऑरैंज व 3 जिलों में भारी बारिश का रहेगा यैलो अलर्ट

punjabkesari.in Monday, Aug 04, 2025 - 07:27 PM (IST)

शिमला (संतोष): राज्य में बरसात अब तबाही मचा रही है। मौसम विभाग के अनुसार 8 अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरैंज व यैलो अलर्ट रहेगा। इसके साथ ही एडवाइजरी जारी की गई है। मंगलवार को 3 जिलों कांगड़ा, ऊना व बिलासपुर में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरैंज अलर्ट, जबकि 3 जिलों हमीरपुर, सिरमौर व मंडी में भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया गया है। 6 अगस्त को ऊना, बिलासपुर व हमीरपुर, 7 अगस्त को शिमला व सिरमौर, जबकि 8 अगस्त को मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर जिलों में 1-2 स्थानों पर भारी बारिश होने का यैलो अलर्ट जारी किया गया है।

हालांकि 9 अगस्त से किसी भी प्रकार की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। सोमवार को भी कई जिलों में ऑरैंज व यैलो अलर्ट रहा और इस बीच शिमला में 14, सुंदरनगर में 0.6, कल्पा में 0.4, धर्मशाला में 6, नाहन में 1.8, मनाली में 0.2, कांगड़ा में 10, मंडी में 22, धौलाकुआं में 4.5 व नेरी में 0.5 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि रविवार रात्रि को सबसे अधिक कसौली में 8, नयना देवी, जोगिंद्रनगर में 6-6, मनाली, में 5, मैहरे में 4, गुलेर, पंडोह, करसोग व सराहन में 3-3 सैंटीमीटर बारिश हुई है।

राज्य में नुक्सान की बात करें तो कुल्लू जिले के निरमंड ब्लाॅक की कुशवा पंचायत के 15/20 क्षेत्र के नोनू गांव में रविवार रात्रि भूस्खलन की चपेट में 3 मकान आ गए, जबकि सेब के करीब 3,500 पौधे इसकी जद में आ गए। वहीं जिला मंडी के पंडोह क्षेत्र के हाईवे के साथ सटे लोअर 9 मील में लोग दहशत में हैं। यहां 13 परिवारों ने पूरी रात डर के साये में गुजारी। जागर नाले में आए उफान के चलते चंडीगढ़-मनाली हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया।

नाले से बड़े-बड़े पत्थर हाईवे पर आ गए और हाईवे के नीचे बने कलवर्ट के बंद होने से पानी का बहाल इस गांव की ओर आ गया। उधर, भरमौर-पठानकोट हाईवे भी परिहार के समीप पहाड़ी दरकने से बंद हो गया। चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर मंडी-पंडोह मार्ग 9 मील क्षेत्र में पहाड़ी से मलबा और पत्थर आने से अवरुद्ध हो गया। यहां पीजीआई जाने वाली एम्बुलैंस भी फंसी रही। मनाली में भारी बारिश के अलर्ट के चलते शैक्षणिक संस्थान बंद रहे।

कुल्लू में एनएच-305 जहेड़ के पास बंद, 265 संपर्क मार्ग भी अवरुद्ध
सोमवार शाम तक जिला कुल्लू के तहत एनएच-305 जहेड़ के पास अवरुद्ध रहा, जिसे खोलने के प्रयास जारी हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में 265 संपर्क मार्ग भी बंद चल रहे हैं। हालांकि सुबह बंद चल रहे 309 संपर्क मार्गों में से 44 मार्ग बहाल कर दिए गए हैं। प्रदेश में अब सिर्फ 41 बिजली ट्रांसफार्मर व 282 पेयजल योजनाएं ही ठप्प चल रही हैं।

192 की मौत, 36 अभी भी लापता, 1,750 करोड़ पार कर गया नुक्सान का आंकड़ा
20 जून से आरंभ हुए मानसून सीजन में अब तक 192 लोगों की मौत, 301 घायल और 36 लोग लापता चल रहे हैं। सबसे अधिक 42 लोगों की मौत मंडी जिले में हुई है और सबसे अधिक 27 लोग भी इसी जिले से लापता हैं। राज्य को अब तक 1,753 करोड़ रुपए की चपत लग चुकी है, जिसमें लोक निर्माण विभाग को 888 करोड़ व जल शक्ति विभाग को 618 करोड़ तथा बिजली बोर्ड को 139 करोड़ रुपए का नुक्सान हो चुका है।

 


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Kuldeep

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