प्रदेश में पशुओं के लिए शुरू की जाएगी एम्बुलैंस सेवा

punjabkesari.in Wednesday, Jun 01, 2022 - 08:24 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): प्रदेश सरकार राज्य के पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों में बीमार पशुओं को घर-द्वार पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए जून 2022 में मोबाइल एम्बुलैंस सेवा शुरू करेगी। राज्य के पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर का कहना है कि केंद्रीय सरकार द्वारा प्रायोजित मोबाइल वैटर्नरी यूनिट परियोजना के अंतर्गत पंचवर्षीय परियोजना शुरू की गई है, जिसके अंतर्गत घायल एवं बीमार पशुओं को ऑनसाइट चिकित्सा सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा मोबाइल वाहनों की खरीद के लिए पहले साल में 704 लाख रुपए की धनराशि जारी की गई है ताकि राज्य में पशुओं की बीमारियों से रोकथाम तथा उन्मूलन के लक्ष्य प्राप्त करके राज्य में पशुधन को पूरी तरह रोग मुक्त किया जा सके। इस परियोजना के अंतर्गत बीमार तथा घायल पशुओं को घर-द्वार पर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए 16 लाख रुपए की लागत से आधुनिक सुविधाओं और तकनीक से सुसज्जित मोबाइल एम्बुलैंस रोल की जाएगी, जिसमें पशुओं की चिकित्सा के उपकरण व दवाइयां आदि की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इस एम्बुलैंस में वैटर्नरी उपकरण, हल्की सर्जरी, कृत्रिम गर्भाधान, रोगों की जांच आदि के उपकरण लगाए जाएंगे। पशुपालन मंत्री का कहना है कि इस एम्बुलैंस में ‘‘हाइड्रोलिक लिफ्ट’’ सुविधा होगी, जिससे आपातकाल में पशुओं को तत्काल नजदीकी पशु चिकित्सालय में स्थानांतरित किया जा सकेगा। जिन पशुओं का ऑनसाइट उपचार नहीं किया जा सकता, उन्हें सरकारी पशु चिकित्सालयों में एम्बुलैंस के माध्यम से शिफ्ट किया जाएगा।

इस सेवा के लिए चलाया जाएगा आपातकालीन टोल फ्र ी नंबर 1962
राज्य का पशुपालन विभाग ‘108’ एम्बुलैंस सेवा की तर्ज पर आपातकालीन टोल फ्र ी नंबर 1962 चलाएगा। इसके माध्यम से पशुपालक 24 घंटे एम्बुलैंस सेवा का लाभ उठा सकेंगे। यह एम्बुलैंस सेवा सरकार द्वारा निजी क्षेत्र की सहभागिता से पी.पी.पी. मोड पर चलाई जाएगी तथा सेवा को संचालित करने वाली कंपनी को राज्य सरकार पर्याप्त बजट सहायता प्रदान करेगी। राज्य के प्रत्येक विकास खंड में एक एम्बुलैंस सेवा संचालित की जाएगी तथा प्रारंभ में यह सेवा 44 विकास खंडों (40 सामान्य एवं 4 जनजातीय क्षेत्रों) में संचालित की जाएगी। प्रत्येक एम्बुलैंस में एक पशु चिकित्सक एक पशु सहायक उपलब्ध होगा। वर्ष 2019 की पशु जनगणना के अनुरूप यह एम्बुलैंस सेवा राज्य के 4378757 पशुधन को कवर करेगी, जोकि अंतर्राज्यीय माइग्रेशन, पौष्टिक घास की कमी तथा कठिन भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से अनेक रोगों से ग्रसित रहते हैं।


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Content Writer

Kuldeep

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