Shimla: नर्सरी में काम करने वाले कर्मचारियों को डेढ़ वर्ष से नहीं मिला वेतन
punjabkesari.in Tuesday, Oct 08, 2024 - 05:12 PM (IST)
शिमला (भूपिन्द्र): जंगलों में पौधे लगाने के लिए नर्सरी तैयार करने वाले कर्मचारियों को करीब डेढ़ वर्ष से वेतन नहीं मिल रहा है। जनजातीय क्षेत्र पांगी में नर्सरी में काम कर रहे 54 कर्मचारी पिछले वर्ष अप्रैल माह से वेतन का इंतजार कर रहे हैं। इससे जहां इन कर्मचारियों में रोष है, वहीं इन्हें भारी परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है। जिला चम्बा के वन मंडल पांगी के तहत 54 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी नर्सरी में काम कर रहे हैं। ये कर्मचारी वन विभाग की नर्सरी में पौधे तैयार करते हैं। इन पौधों को वन महोत्सव के दौरान जंगलों में लगाया जाता है। ये कर्मचारी अप्रैल से नवम्बर तक कार्य करते हैं तथा इसके बाद करीब 4 माह का इन्हें ब्रेक दिया जाता है।
इन कर्मचारियों को मासिक 9 हजार रुपए से 9800 रुपए तक वेतन दिया जाता है। बावजूद इसके इन कर्मचारियों को अप्रैल 2023 से वेतन नहीं मिला है। अपने वेतन का मुद्दा ये कर्मचारी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ वन मंडल पांगी केे बैनर तले करीब 6 माह पूर्व राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी से भी उठा चुके थे, लेकिन अब तक उनकी समस्या हल नहीं हुई है। इसके अलावा ये कर्मचारी अपनी मांग को डीएफओ पांगी, सीसीएफ चम्बा सहित अन्य संबंधित अधिकारियों से उठा चुके हैं। ऐसे में अब ये कर्मचारी सीएम से मिलने पर विचार कर रहे हैं। जानकारी है कि यही स्थिति अन्य स्थानों पर तैनात नर्सरी कर्मचारियों की भी है।
बजट लैप्स होने से आई समस्या
जानकारी है कि गत वित्त वर्ष के बजट के लैप्स होने के कारण यह समस्या आई है। जानकारी है कि वन विभाग पर करीब 134 करोड़ की देनदारियां थीं, लेकिन अब धीरे-धीरे विभाग इनकी अदायगी कर रहा है।
बजट आने पर की जाएगी पेमैंट : देवेंद्र
डीएफओ पांगी देवेंद्र ने संपर्क करने पर बताया कि इन कर्मचारियों को 2 माह का वेतन दे दिया गया है। शेष बचे वेतन की अदायगी के लिए बजट की मांग की गई है। जैसे ही बजट आएगा, वेतन की अदायगी कर दी जाएगी।