Shimla: सनातन धर्म के पीछे पड़ती है कांग्रेस, विशेष समुदाय पर नहीं बोलती : सत्ती
punjabkesari.in Wednesday, Jan 29, 2025 - 09:51 PM (IST)
शिमला (हैडली): कांग्रेस का नित नियम व धर्म बन गया है कि वह सनातन के विरोध में ही बोलती है। यह कांग्रेस की पुरानी आदत है और इनका काम ही सनातन का विरोध करना है। आज दिल्ली में वोटों के लिए कांग्रेस के नेता मंदिरों में घूमते हुए नजर आते हैं लेकिन सनातन का विरोध करते हैं। यह बात भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सत्ती ने यहां जारी बयान में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दोहरी छवि अपनाती है। एक ओर सनातन धर्म के विरोध में बोलती है, वहीं दूसरी ओर विशेष समुदाय के प्रति एक शब्द भी नहीं बोलती है, अपितु वोट बैंक की ओछी राजनीति करती है।
उन्होंने सवाल दागते हुए कहा कि आखिर कांग्रेस को हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों है? 144 वर्ष में एक बार महाकुंभ आता है लेकिन कांग्रेस के नेता इस तरह बौखला गए हैं कि हिंदुओं को कोस रहे हैं। पहले कांग्रेस के हुसैन दलवी ने कुंभ को बुरा-भला कहा और अब स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब नई मुस्लिम लीग बन गई है। यह पार्टी देश के लिए नासूर बन चुकी है। इसका लुप्त होना ही सभी के हित में है।
उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता बार-बार ऐसे बयान देते हैं, जो हिंदू समाज की भावनाओं को आहत करते है। उन्होंने कांग्रेस पर सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके नेता चुनावी हिंदू बनकर मंदिरों में तस्वीरें खिंचवाते हैं, लेकिन असली उद्देश्य सनातन धर्म को कमजोर करना है। उन्होंने सवाल किया कि क्या कांग्रेस नेता अन्य धर्मों और उनके त्यौहारों पर इसी तरह के बयान देने का साहस रखते हैं? उन्होंने कहा कि हिंदू शांत स्वभाव के होते हैं, इसलिए कांग्रेस उन्हें गालियां देती है।
उन्होंने ललकारते हुए कहा कि यदि हिम्मत है तो विशेष समुदाय को लेकर भी टीका टिप्पणी करें, लेकिन वह ऐसा नहीं बोलते हैं, अपितु उनसे डरते हैं, इसलिए उनकी बजाय हिंदू धर्म को गालियां देते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार सनातन धर्म और भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं को निशाना बनाती है। भाजपा इसे कभी स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि देश की जनता कांग्रेस की इस मानसिकता को खारिज कर चुकी है और भाजपा यह सुनिश्चित करेगी कि भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों का सम्मान बना रहे।