Shimla: नशे को बढ़ावा देने में जुटी प्रदेश सरकार : सत्ती

punjabkesari.in Monday, Jan 27, 2025 - 08:33 PM (IST)

शिमला (हैडली): प्रदेश सरकार नशे को किसी भी किस्म में बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। अब चाहे वह भांग को औषधीय बताकर वैध करने का मामला ही क्यों न हो। सरकार चाहती है कि युवा नशे की गर्त से बाहर न निकल पाएं ताकि वे रोजगार सहित अन्य बातों की ओर उनका ध्यान ही न जाए। यह बात भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सत्ती ने यहां से जारी बयान में कही। उन्होंने कहा कि सरकार अपने कुछ नशे का धंधा करने वाले लोगों को फायदा देने के लिए इस तरह के कार्यों को अंजाम दे रही है। सरकार में आते ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश में लगभग 400 नए शराब के ठेके खोल दिए हैं जिससे प्रदेश में नशे का प्रचलन बढ़ गया है।

वहीं मुख्यमंत्री एक कदम और बढ़कर लोगों को नशे को और बढ़ावा देने के लिए उकसाते हैं और आदेश में कहते हैं कि कोई भी पर्यटक या व्यक्ति यदि नशे में मिलता है तो पुलिस वाले उसे घर छोड़कर आएं। उसका परिणाम यह निकल रहा है कि बीते दिनों शिमला में हुए विंटर कार्निवाल के दौरान कुछ नौजवान नंगे होकर शराब की बोतल हाथ में उठाते हुए नाचते हुए देखे गए। यह प्रचलन अब बढ़ने लगा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश चिट्टे की गर्त में डूब चुका है और युवा इसके शिकार हो गए हैं। आए दिन इसके मामले सामने आ रहे हैं और कई युवाओं की चिट्टे की ओवरडोज से मौत तक हो चुकी है।

भांग भी एक नशा है और सरकार ने हाल ही में धर्मशाला में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इसे औषधीय और उद्योगों में उपयोग के लिए लाए जाने की आड़ में अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने की दिशा में उठाया गया कदम लगता है। उन्होंने कहा कि कहां तो नशे के खिलाफ मुख्यमंत्री कई दावे करते हैं लेकिन ऐसा लगता है कि वह झूठ बोल रहे हैं, क्योंकि उनकी झूठ बोलने की पुरानी आदत है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि कहां तो सरकार को चाहिए कि नशे के खिलाफ एक अभियान छेड़ें लेकिन उलटा यह सरकार नशे की प्रवृति को बढ़ावा देने में जुटी हुई है।


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Content Writer

Kuldeep

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