Bilaspur: आतंकवादियों से मुठभेड़ में भारत मां का एक और लाल शहीद, नम आंखों से दी अंतिम बिदाई
punjabkesari.in Sunday, Sep 21, 2025 - 10:24 PM (IST)

शाहतलाई (हिमल): ऊधमपुर मुठभेड़ में शहीद हुए जवान बलदेव चंद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। काबिले गौर है कि 19 सितम्बर रात जम्मू-कश्मीर के ऊधमपुर जिले में हुई मुठभेड़ में सेना का जवान बलदेव चंद मारा गया था। शहीद बलेदव चंद (35) पुत्र बिसन दास तहसील झंडूता की ग्राम पंचायत सनीहरा के गांव गंगलोह का निवासी था। मिली जानकारी के अनुसार मुठभेड़ 19 सितम्बर रात रात को ऊधमपुर-डोडा सीमा क्षेत्र के डूडू बसंतनगर के सियोज धर इलाके में आतंकवादियों की तरफ से गश्ती दल पर गोलीबारी करने के बाद शुरू हुई। जवानों ने इस गोलीबारी का प्रभावी तरीके से जवाब दिया, लेकिन इसमें बिलासपुर जिला के गांव गंगलोह निवासी सेना के जवान बलदेव चंद शहीद हो गए।
याद रहे कि दोपहर जैसे ही शहीद बलदेव चंद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव गंगलोहू में पहुंचा हजारों की संख्या में पहले से ही इंतजार में खड़े परिवार जनों व ग्रामीणों ने नम आंखों से शहीद के पार्थिव शरीर को घर तक पहुंचा। पार्थिव शरीर के घर पर पहुंचते ही परिवार जनों व अन्य लोगों का रो-रो के बुरा हाल हो गया। हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों ने बलदेव चंद अमर रहे तथा पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। शहीद बलदेव चंद के पिता बिशन दास, पत्नी शिवानी रनौत, अन्य परिवार जनों की रो-रो कर हालत काफी खराब थी तथा शहीद के 6 वर्षीय बेटे ईशान को मानो अपने पिता की शहादत की जानकारी तक नहीं है। शहीद बलदेव चंद के पिता बिशन दास ने कहा कि उन्हें बेटे के खोने का गम है, लेकिन बेटा देश के काम आया इस बात की खुशी भी है।
शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक श्मशानघाट ले जाया गया, जहां पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर स्थानीय विधायक जीत राम कटवाल, एसपी बिलासपुर संदीप धवल, एसडीएम झंडूता आर्शिया शर्मा, डीएसपी घुमारवीं विशाल वर्मा, पूर्व विधायक डा. बीरू राम किशोर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विवेक कुमार, एपीएमसी के अध्यक्ष सतपाल ने मंत्री राजेश धर्माणी की ओर से श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शहीद के पार्थिव शरीर को छोटे भाई दिनेश कुमार ने मुखाग्नि दी, साथ ही शहीद के 6 वर्षीय बेटे ईशान ने भी मुखाग्नि दी। इस अवसर पर हजारों की संख्या में पूर्व सैनिक व ग्रामीण उपस्थित रहे।