अभिभावकों ने जड़ा आरोप, एनुअल फीस न देने पर स्कूल प्रशासन ने बच्ची को कमरे में किया बंद

punjabkesari.in Wednesday, Mar 24, 2021 - 11:27 PM (IST)

शिमला (अम्बादत): एनुअल फीस न देने पर शिमला के नामी निजी स्कूल ने 10 साल की बच्ची को कमरे में बंद कर दिया। कमरे में बंद करने के बाद स्कूल प्रशासन द्वारा बच्ची को प्रताड़ित किया गया है। पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची के पिता ने स्कूल प्रशासन पर आरोप लगाए हैं कि एनुअल फीस जमा करने पर स्कू ल प्रशासन ने बेटी को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है जबकि कोरोना महामारी के चलते सरकार ने सिर्फ ट्यूशन फीस लेने की बात कही थी। यदि स्कूल को फीस ही चाहिए थी तो बच्ची को परेशान नहीं करना चाहिए था। अभिभावकों को सीधे फोन करना चाहिए था। बच्ची को अकेले कमरे में बंद नहीं करना चाहिए था।

डिप्रैशन में जाने के बाद आईजीएमसी में उपचारधीन है बच्ची

इस कारण उनकी बेटी डिप्रैशन में चली गई है। उन्होंने कहा कि डरी-सहमी बेटी रात को नींद में उठती है और जोर-जोर से चिल्लाती है कि मुझे स्कूल नहीं जाना है। बच्ची की ऐसी हालत देख उसे आईजीएमसी शिमला ले जाया गया। वहां पर डाक्टर ने जांच करने पर बोला कि बच्ची काफी डरी हुई है, उसे अकेला मत छोडऩा। डॉक्टरों ने बच्ची को एक सप्ताह तक आराम करने को कहा है तथा दवाइयां दी हैं। बेटी को प्रताडि़त करने का मामला जिलाधीश शिमला के समक्ष भी उठाया गया था लेकिन जिला प्रशासन ने भी इस पर कोई उचित कार्रवाई नहीं की है।

पुलिस ने भी नहीं की कोई कार्रवाई

उन्होंने कहा कि जिलाधीश व डिप्टी डायरैक्टर हायर एजुकेशन को सभी दस्तावेज बताए गए मगर अभी भी कुछ नहीं हुआ है। स्कूल के द्वारा बच्ची को प्रताडि़त करने की शिकायत ढली पुलिस थाना में भी की गई थी। पुलिस थाना में अधिकारियों ने कहा कि जब बच्ची के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है तो मामला दर्ज नहीं किया जा सकता है, दोनों आपस में सुलझा लें। स्कूल प्रशासन कभी गु्रप से बाहर कर देता है तो कभी जोड़ देता है। स्कूल प्रशासन पर उचित कार्रवाई नहीं की तो आने वाले दिनों में सड़कों पर उतरकर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।

क्या बोले जिलाधीश शिमला

जिलाधीश शिमला आदित्य नेगी ने बताया कि अभिभावकों की शिकायत पर स्कूल प्रशासन, डिप्टी डायरैक्टर व बच्ची व अभिभावकों के साथ बैठक की गई तथा मामले को तुरंत सुलझाने को कहा गया था। इसको लेकर डिप्टी डायरैक्टर को स्कूल प्रशासन व अभिभावकों के साथ बैठक करने को कहा गया है।


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Vijay

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