शिमला में बारिश का कहर, लोगों ने छोड़े घर...जगह जगह भूस्खलन, दबी गाड़ियां और सड़कें बंद
punjabkesari.in Tuesday, Aug 12, 2025 - 10:06 AM (IST)

हिमाचल डेस्क। शिमला में देर रात से भारी बारिश जारी है, जिसके कारण कई इलाकों में पेड़ गिरने और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं ने शहर में काफी नुकसान पहुँचाया है। विकासनगर में एक बड़ा पेड़ गिरने से एक घर की छत टूट गई है और सड़क भी बंद हो गई है।
टूटी कंडी में भी, एक साथ छह से अधिक पेड़ गिरने से कई गाड़ियाँ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं और यहाँ की सड़क भी बंद हो गई है। इसके अलावा, खालिनी में एक झुग्गी के ढहने से छह मज़दूरों की जान बाल-बाल बच गई, यह घटना सुबह करीब 4 बजे हुई। विकासनगर में हिमुडा कॉलोनी में भी एक कार पर भूस्खलन हुआ है और एक पेड़ भी गिर गया है।
ऊना जिले में, ग्राम पंचायत टकोली में अजय कुमार के घर की दीवार रात की भारी बारिश के कारण गिर गई। सौभाग्य से, दीवार बाहर की तरफ गिरी, जिससे कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश में 20 जून से 11 अगस्त तक भारी बारिश और संबंधित घटनाओं के कारण 229 लोगों की मौत हो चुकी है। 323 लोग घायल हुए हैं, और 36 लोग अभी भी लापता हैं। सड़क हादसों में 116 लोगों की जान गई है। भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने जैसी घटनाओं से 2,388 कच्चे-पक्के घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं। 1,955 पशुशालाएं भी नष्ट हो गई हैं और 1,611 पालतू जानवरों की मौत हुई है। राज्य को कुल 2,007 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
कुल्लू और मंडी जिलों में भी दो गांव भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं, जिससे 21 परिवारों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं। मंडी के टनिपरी गांव में रविवार रात को पहाड़ी में बड़ी-बड़ी दरारें आने के बाद नौ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। कुल्लू के टिचना में भी 12 परिवारों ने अपने रिश्तेदारों के यहाँ शरण ली है। मणिकर्ण घाटी की बरशैणी पंचायत के शिल्हा गांव में लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिससे वहाँ के लोग भी चिंतित हैं। प्रशासन इन सभी प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में लगा हुआ है।