IGMC के ऑक्सीजन प्लांट में 20 मीट्रिक टन बढ़ेगी उत्पादन क्षमता : जयराम
punjabkesari.in Friday, May 07, 2021 - 08:01 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि राज्य सरकार ने आईजीएमसी के ऑक्सीजन प्लांट की उत्पादन क्षमता को 20 मीट्रिक टन तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। इससे राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि राज्य के अन्य ऑक्सीजन प्लांटों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के प्रयास भी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में ऑक्सीजन का उत्पादन सरप्लस है लेकिन परिवहन के लिए सिलैंडरों की आवश्यकता है। ऐसे में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मांग को पूरा करने के लिए डी-टाइप के 5000 और बी-टाइप के 3000 सिलैंडर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है।
सभी स्वास्थ्य संस्थानों में ऑक्सीजन नियंत्रण कक्ष स्थापित
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने ऑक्सीजन का उचित भंडारण और उपयोग सुनिश्चित करने के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों में ऑक्सीजन नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास ओकओवर में वीडियो कॉन्फ्रैंसिंग के माध्यम से राज्य के ऑक्सीजन उत्पादकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन उत्पादकों को राज्य में ऑक्सीजन का अधिकतम उत्पादन सुनिश्चित करना चाहिए ताकि इसका उपयोग कर मानव जीवन को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन के रिसाव और अपव्यय को भी प्रभावी ढंग से रोकने की आवश्यकता है।
केंद्र से मेडिकल ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने का किया आग्रह
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 मरीजों के लिए ऑक्सीजन की मांग बढऩे के कारण ऑक्सीजन की खपत भी काफी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य के लिए 15 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन का कोटा निर्धारित किया है। राज्य सरकार ने इसे बढ़ाकर 30 फीसदी मीट्रिक टन करने का केंद्र सरकार से आग्रह किया है।
ऑक्सीजन प्लांट को पर्याप्त व बिना पावर कट के उपलब्ध होगी बिजली
उन्होंने कहा कि राज्य में स्थित सभी ऑक्सीजन प्लांटों को राज्य सरकार बिजली की पर्याप्त और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करेगी ताकि ऑक्सीजन की कमी न हो। अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग राम सुभग सिंह, प्रदेश में स्थापित ऑक्सीजन संयंत्रों के मालिक सुधांशु कपूर, सुरेश शर्मा, पुष्पेंद्र मित्तल, विशांत गर्ग, अजय मोदी, रोहित मित्तल, हर्ष गुप्ता और रवि धीमान ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।