ऊना में मौत के रास्ते जिंदगी का सफर, कहीं भारी ने पड़ जाए यहां से गुजरना (Video)
punjabkesari.in Wednesday, Nov 20, 2019 - 11:13 PM (IST)
बडूही (अनिल) : आज़ादी के दशकों बाद भी जिला के तीन विधानसभा क्षेत्रों के बाशिंदों को आज भी स्वां नदी से होकर गुजरना पड़ता है। गौरतलब है कि स्वां नदी पर झलेड़ा के बाद नदी के आर-पार जाने के लिए केवलमात्र एक ही पुल गगरेट में बना हुआ है जिसकी वजह से लोगों को आर पार जाने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता है। चरुरु से लोहारली के बीच स्वां नदी पर पुल बनाने की मांग दशकों पुरानी है मांग की कवायद जारी है जबकि स्वीकृति या निर्माण का अभी कोई पता नहीं। लोगों की मांग है कि यहां पुल के निर्माण से गगरेट ,चिंतपूर्णी और हरोली के बाशिंदों को सीधा लाभ मिलेगा और समय व धन दोनों की बचत होगी।
स्वां नदी पर हर साल बरसात के बाद दोनों ओर से लोग आने-जाने के लिए अस्थाई पुलों का निर्माण करते हैं क्योंकि नदी के दोनों ओर के लोगों का आप-पार आना जाना लगा रहता है। हर साल बरसात के बाद बनने वाला पुल बरसात में बह जाता है जिसे पानी घटने के साथ फिर शरू किया जाता है ताकि लोगों को आगमन की सुविधा मिल सके। चरुरु में अनाज मंडी और सब्जी मंडी शुरू होने के बाद अब किसानों का आर-पार आने का क्रम बढ़ा है। अब फसल के साथ किसानों को नदी के बीचों-बीच गुजरकर आना होता है। यदि यहां मांगनुसार स्थाई पुल का निर्माण होता है तो तीनों विधानसभा क्षेत्र के किसानों को इसका सीधा लाभ मिलना तय है। साथ ही किसानों को अपनी फसलों और सब्जियों को मंडी तक लाने में सहूलियत होगी।
हालांकि चिंतपूर्णी और गगरेट के विधायकों ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया लेकिन अभी कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है लोगों की बरसों पुरानी मांग को अभी पूरा नहीं किया जा सका है। हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले इस पर कदमताल शुरू हुई थी लेकिन बात अभी सिरे नहीं चढ़ पाई है। तीन विधानसभा क्षेत्रों के पचास से ज्यादा गांवों के बाशिंदों के लिए वरदान साबित होने वाले ,गगरेट से अप्पर बैल्ट की दूरी मात्र कुछ किलोमीटर में समेटने वाले और सारा साल आवाजाही की सौगात देने वाले इस पुल की मांग जहां दशकों पुरानी है। वहीं इस पर लंबे समय से सियासत होती आई है। बरहाल कई चुनाव आये और गए लेकिन पुल नहीं बन पाया।
अस्थाई पुल के निर्माण के लिए जहां स्थानीय युवाओं ने मेहनत की वहीं इसके निर्माण में ब्लाक समिति अम्ब के चेयरमैन सतीश शर्मा ,पूर्व प्रधान जाडला कोइड़ी मदन जसवाल ,समाजसेवी ब्लाक समिति अम्ब के चेयरमैन सतीश कुमार शर्मा ने कहा वर्षों से तीन विधानसभा क्षेत्रों के 50 गांवों के लोग इस पुल की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मांग को ध्यान में रखकर यहां पुल का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए। एक्सियन पी डब्लयू डी भरवाई एच एल शर्मा ने कहा कि पुल की डी पी आर (सी आर एफ ) के तहत बनाकर भारत सरकार को भेजी जा चुकी है जैसे ही स्वीकृति मिलेगी आगामी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
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