प्रशासन ने 6 दिन से नहीं ली सुध, चांगुट के लोगों ने 2 दिन भूखे रहकर गुफा में बिताईं रातें

punjabkesari.in Sunday, Aug 01, 2021 - 08:15 PM (IST)

मनाली (ब्यूरो): 27 जुलाई को लाहौल में बारिश और बादल फटने से मयाड़ घाटी के चांगुट में तबाह हुए खेत-खलिहान के बदले प्रभावितों को वनाधिकार नियम 2006 के तहत सरकार जमीन मुहैया करवाए। यह बात लाहौल-स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने कही। 31 जुलाई को रवि ठाकुर शांशा और जहालमा झूले से पार होकर उदयपुर होते हुए मयाड़ घाटी पहुंचे तथा वहां का मंजर देखकर वे बहुत भावुक हुए। उन्होंने कहा कि 5 दिन तक गांव वासियों की सुध नहीं ली गई और लोग 2 दिन तक पहाड़ की गुफा में रात काटने पर मजबूर हुए। गांवों के लोगों ने बताया कि पास खाने-पीने का राशन व अन्य सामान भी नहीं रहा है क्योंकि गांवों को आने वाला रास्ता ही नहीं रहा है, जिससे गांव के लोग सीढ़ी के सहारे अपने गांवों व खेतों की ओर जान जोखिम पर डाल कर जाने को मजबूर हैं। लोगों का कहना है कि 6 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन व सरकार ने गांव की सुध नहीं ली है, जिससे गांव के लोगों में रोष है। 
PunjabKesari, Former MLA and Villagers Image

पूर्व विधायक ने लोगों को आश्वासन दिया 

रविवार को पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने चांगुट गांव का दौरा किया और लोगों की हालत से रू-ब-रू हुए और बाढ़ से हुए नुक्सान का जायजा लिया। उन्होंने गांव के लोगों को आश्वासन दिया कि वह प्रशासन व प्रदेश सरकार से आग्रह करेंगे कि गांवों में हुए नुक्सान के लिए सरकार व प्रशासन उनकी मदद करें और उचित मुआवजा दें ताकि लोग सही तरीके से अपनी जिंदगी बसर कर सकें। उन्होंने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से आग्रह किया कि इस गांव में फौरी राहत प्रदान की जाए व प्रभावितों को फोरैस्ट एक्ट 2006 के तहत पट्टे पर जमीन दी जाए।

ग्रामीण बोले-सुरक्षित स्थान पर किया जाए शिफ्ट

रवि ठाकुर के चांगुट पहुंचने पर वहां की महिला मंडल प्रधान आंगमो देवी, लखमी देवी, टशी अंगमो, तंजिन बुटिक, अंगमो और तंजिन ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि 27 जुलाई को अचानक भारी बारिश हुई और देखते ही देखते फसल बर्बाद हो गई। इससे 2 मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने कहा कि हमें नौतोड़ भूमि दी जाए तथा यहां से शिफ्ट कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए।


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Vijay

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