अब रोज 4 घंटे बंद रहेगा पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलवे स्टेशन, ये रही वजह

punjabkesari.in Wednesday, Jun 06, 2018 - 12:18 PM (IST)

जोगिंद्रनगर: पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलवे ट्रैक के ब्रॉडगेज होने का सपना देख रहे मंडी जिला के लोगों के लिए रेलवे विभाग केंद्र सरकार के पिछले 5 सालों में कोई राहत वाली खबर देने में तो कामयाब नहीं हो पाया है लेकिन इस दौरान इस ट्रैक पर सुविधाओं के नाम पर कई कटौतियां कर उसने जिला के लोगों को कई झटके जरूर दिए हैं। सैक्शन के बेहद महत्वपूर्ण जोगिंद्रनगर स्टेशन पर रेलवे ने कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर दी है और स्टेशन को दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक बंद कर दिया है।


ड्यूटी रोस्टर में बदलाव करते हुए रेलवे प्रबंधन ने यहां तैनात अन्य स्टेशन मास्टर को बतौर रेस्टगीवर एहजू स्टेशन की जिम्मेदारी भी सौंपी है, जहां पहले से ही तैनात एकमात्र स्टेशन अधीक्षक को रेलवे को ओवर टाइम के रूप में लाखों रुपए ओवर टाइम का भुगतना प्रतिमाह करना पड़ रहा था। अब तबदील हुए स्टेशन मास्टर रेस्टगीवर के तौर पर कार्य करेंगे और दोनों स्टेशनों पर तैनात स्टेशन अधीक्षकों को साप्ताहिक विश्राम देंगे लेकिन इस दौरान यह स्टेशन दोपहर को साढ़े 4 घंटों के लिए बंद रहेगा। रेलवे ने यह व्यवस्था ओवर टाइम बचाने के लिए की है लेकिन इसमें जनहित को नजरअंदाज कर दिया गया है।


लोगों को होगी परेशानी 
रेलवे स्टेशन के रात्रि समेत कई घंटों के लिए दोपहर को भी बंद होने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। हजारों नौजवान सेना में सेवाएं दे रहे हैं तथा स्टेशन पर कई पर्यटक भी पूछताछ के लिए आते रहते हैं लेकिन स्टेशन के बंद होने की स्थिति में उन्हें निराशा ही हाथ लगेगी। 


जारी हैं फाटक हटाने की औपचारिकताएं 
पिछले कई दशकों से हजारों लोगों के लिए असुविधा का कारण बने फाटक को हटाने की रेलवे कार्यवाही तो कर रहा है लेकिन की जा रही औपचारिकताएं कछुआ चाल से चल रही हैं। 4 साल में अभी तक विभाग नक्शा ही तैयार करवा पाया है, इसके बाद टैंडर होना बाकी है। फाटक को हटाने के लिए स्टेशन पर एक नया टै्रक बिछाया जाएगा तब शहर को फाटक रहित करने की प्रक्रिया अमल में लाई जा सकेगी। 

 
 

 

 


 
 


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Ekta

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