मिसाल बने पारस, लाखों का पैकेज छोड़ शुरू किया ''ये'' अनोखा काम
punjabkesari.in Saturday, Nov 26, 2016 - 03:42 PM (IST)

हमीरपुर: हिमाचल के बच्चे अब ऑनलाइन केमिस्ट्री की फ्री पढ़ाई भी कर सकेंगे। जी हां, यह मुमकिन हुआ है इंजीनियर पारस ठाकुर की कोशिशों से। मंडी के रहने वाले पारस ठाकुर बच्चों को यूट्यूब के जरिए केमिस्ट्री का ज्ञान बांट रहे हैं। बताया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी के विचारों से पारस इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने 5 से 6 लाख रुपए पैकेज वाली नौकरी छोड़ दी।
पारस ठाकुर ने यूट्यूब केनवस क्लासिज नाम से एक सॉफ्टवेयर बनाया है। वह यूट्यूब पर बच्चों से केमिस्ट्री के प्रश्न पूछते हैं और उनके जवाब देते हैं। उन्होंने 170 वीडियो अपलोड किए हैं, जिनमें स्टैंडर्डाइज मैटीरियल अपलोड किया, जिसमें केमिस्ट्री का कनसेप्ट समझाने की कोशिश भी की है। इंजीनियर पारस ठाकुर ने बताया कि उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल हमीरपुर से वर्ष 2005 में जमा दो साइंस विषय में की। इसके बाद उन्होंने एनआईटी हमीरपुर से मेकेनिकल विषय में बीटेक की। इतना ही नहीं पारस ने बीटेक की पढ़ाई के दौरान भी करीब 2 साल तक हमीरपुर में निर्धन बच्चों को फ्री कोचिंग देते रहे।
बीटेक करने के बाद वह मर्चेंट नेवी में बतौर इंजीनियर चले गए। लेकिन एजूकेशन और टीचिंग सेक्टर में गहरी रुचि के चलते उन्होंने नौकरी छोड़ दी। इसके बाद उन्होंने कोटा, गुजरात और हैदराबाद समेत देशभर के नामी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा देने का काम किया। पारस ने बताया कि उन्होंने एक दिन टेलीविजन पर प्रधानमंत्री का भाषण सुना जिसमें उन्होंने देशहित में कम से कम एक साल सेवाएं प्रदान करने की बात सुनी। इसी के चलते वह नौकरी छोड़ कर यूट्यूब पर केमिस्ट्री का ज्ञान बांट रहे हैं। पारस का कहना है कि स्कूलों में पढ़ाई का तरीका सही नहीं है। अगर स्कूलों में बेसिक ज्ञान बेहतर तरीके से प्रदान किया जाए तो कोई भी बच्चा किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रह सकता।
10वीं से 12वीं के बच्चों को पढ़ा रहे पारस
पारस ठाकुर ने बताया कि वह वर्तमान में यूट्यूब के जरिए 10वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक पढ़ा रहे हैं। लेकिन आने वाले समय में वह छठी से लेकर 12वीं तक शिक्षा प्रदान करेंगे। बता दें कि पारस के पिता तेजेंद्र सिंह ठाकुर सरकारी कॉलेज से प्रिंसिपल के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। जबकि माता सुनीता ठाकुर वर्तमान में भी बतौर टीचर सेवाएं प्रदान कर रही हैं।