Himachal: कृषि विश्वविद्यालय को IIRF रैंकिंग में मिला 13वां स्थान

punjabkesari.in Friday, Jun 13, 2025 - 04:36 PM (IST)

पालमपुर (भृगु): कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर को भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क द्वारा देश के राज्य और केंद्रीय कृषि एवं बागवानी विश्वविद्यालयों में इसे 13वां स्थान प्रदान किया है। पहले यह कृषि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय स्तर पर राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में 15वें स्थान पर है। बता दें कि आईआईआरएफ एक प्रतिष्ठित गैर-सरकारी संस्था है, जो उच्च शिक्षण संस्थानों का समय-समय पर विभिन्न मापदंडों पर मूल्यांकन कर रैंकिंग जारी करती है। रैंकिंग में प्लेसमैंट प्रदर्शन, शिक्षण संसाधन और पद्धति, शोध, उद्योग सहयोग, प्लेसमैंट रणनीति, भविष्य की तैयारी, बाहरी छवि और अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण जैसे पहलुओं को शामिल किया गया है। कुलपति प्रो. नवीन कुमार ने कहा कि यह विश्वविद्यालय की शिक्षा, अनुसंधान और प्रसार गतिविधियों की गुणवत्ता और सतत प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार से अपील की कि वे इसी समर्पण के साथ कार्य करते रहें और विश्वविद्यालय को देश के अग्रणी कृषि संस्थानों की सूची में और ऊपर ले जाएं।

2000 से अधिक विद्यार्थी
वर्तमान में विश्वविद्यालय में 6 देशों और भारत के 14 राज्यों के लगभग 2000 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अनुसंधान निदेशालय के माध्यम से 3 क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्रों और राज्य भर में स्थित 13 अनुसंधान केंद्रों में कृषि, पशु चिकित्सा विज्ञान, सामुदायिक विज्ञान और आधारभूत विज्ञान में अनुसंधान पहलों का नेतृत्व करता है, वहीं कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित कृषि महाविद्यालय, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय तथा आधारभूत विज्ञान महाविद्यालय में 40 विभिन्न विभाग हैं। वर्तमान में 20 से अधिक पूर्व छात्र विदेशों में शीर्ष पदों पर कार्यरत हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने वाला प्रदेश का प्रथम संस्थान
विश्वविद्यालय में 6 स्नातक, 22 स्नातकोत्तर तथा 15 पीएच.डी. कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं जबकि पहले 26 स्नातकोत्तर तथा 18 पीएच.डी. पाठ्यक्रम संचालित किए जाते थे। इसके अलावा यह संस्थान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने वाला राज्य का पहला विश्वविद्यालय बन गया है। विश्वविद्यालय द्वारा कृषि महाविद्यालय व आधारभूत विज्ञान में शोध के साथ 4 वर्षीय स्नातक ऑनर्स डिग्री शुरू करके राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू कर चुका है, वहीं इस सत्र से सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय में भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने जा रहा है।

 


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Content Writer

Kuldeep

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