मुख्य सचिव को बदले जाने पर विधानसभा में हंगामा, विपक्ष ने किया वॉकआऊट
punjabkesari.in Thursday, Aug 05, 2021 - 11:28 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): वर्ष 1986 बैच के आईएएस अधिकारी अनिल कुमार खाची को मुख्य सचिव पद से हटाए जाने को लेकर विधानसभा में हंगामा हुआ तथा विपक्षी कांग्रेस ने इसके विरोध में नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआऊट भी किया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रश्नकाल समाप्ति के बाद जब इस विषय को लेकर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा तो गुस्साए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उनका कहना था कि अधिकारी से काम लेने और तैनाती के बारे में सरकार तय करेगी न कि विपक्ष। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार को हिमाचली मूल के अधिकारी रास नहीं आ रहे हैं।
विपक्ष के रवैये पर विधानसभा अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
हंगामे के बीच और सदन से वॉकआऊट करने के बाद मुकेश अग्निहोत्री यह भी कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने अब तक के कार्यकाल में छठा मुख्य सचिव नियुक्त कर दिया है। इसमें वीसी फारका, विनीत चौधरी, बीके अग्रवाल और डॉ. श्रीकांत बाल्दी के बाद अब अनिल कुमार खाची के बाद राम सुभग सिंह को लगाया गया है। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने विपक्ष की तरफ से यह मामला उठाए जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि विपक्ष को जोश किसी दूसरी जगह दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की तैनाती करना राज्य सरकार का विशेषाधिकार है, ऐसे में विपक्ष का यह व्यवहार निंदनीय है।
विपक्ष को अधिकारियों को न बांटने की दी सलाह
इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष को अधिकारियों को न बांटने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पहले तो प्रदेश सरकार ने कांग्रेस की तरह वरीयता सूची को दरकिनार करते हुए नीचे से छठा अधिकारी लगाया है और दूसरे पूरा देश एक है, ऐसे में जब हिमाचल प्रदेश के अधिकारी दूसरे राज्यों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तो इस तरह टिप्पणी करना शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अनिल कुमार खाची से बात करने के बाद ही मुख्य सचिव पद से भारमुक्त करने का निर्णय लिया है। इतना ही नहीं, उनको सम्मान स्वरूप हाईकोर्ट के जज के बराबर राज्य चुनाव आयुक्त के पद पर तैनाती दी जा रही है। सरकार ने संवैधानिक व्यवस्था के तहत इस पद को भरा है। इस दौरान भाजपा विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने इस मुद्दे को विपक्ष की तरफ से सदन में उठाए जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह सरकार निर्धारित करती है कि किस अधिकारी को कहां तैनात किया जाना है।
मुकेश अग्निहोत्री-महेंद्र सिंह में नोक-झोंक
हंगामे के दौरान नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह में भी नोक-झोंक हुई। जब नेता प्रतिपक्ष यह कहते सुने गए कि अनिल कुमार खाची के जल शक्ति महेंद्र सिंह ठाकुर से साथ हुए विवाद के चलते ऐसा हुआ है, इस पर महेंद्र सिंह ने नाराजगी जताते हुए आपत्ति जताई।