एक साल में ही दम तोड़ गया NH-707, लोगों ने जड़ा भ्रष्टाचार का आरोप
punjabkesari.in Sunday, Sep 30, 2018 - 04:09 PM (IST)

पांवटा साहिब (रोबिन): हाटकोटी-रोहड़ू एन.एच.-707 जगह-जगह पर गड्ढों में तब्दील हो गया है। बोराड़ खड्ड से लेकर फेड पुल तक हालात बेहद बदतर हैं। यहां अधिकतर स्थानों पर चारकोल और बजरी गायब हो चुकी है। हैरानी की बात यह है कि सड़क पक्की हुए 1 साल भी नहीं हुआ था लेकिन सड़क पूरी तरह उखड़ गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत देख समझ नहीं आता कि गड्ढे सड़कों में है या सड़क गड्ढों में है। लगभग 39 करोड़ की लागत से बना यह हाईवे अधिकतर स्थानों पर उखड़ चुका है और इसके हालात किसी लिंक रोड से भी खराब हो गए हैं। हाईवे बनने के बावजूद भी यहां वाहन ऐसे हिचकोले खा रहे हैं जैसे किसी लिंक रोड पर सफर हो रहा हो, ऐसे में स्थानीय लोग करोड़ों रुपए से बने इस हाईवे में भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है और इसमें घपले की भी पूरी संभावना है।
हाईवे टूटने से वाहन चालक परेशान, आंखें मूंद कर बैठा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण
हाईवे टूटने के कारण सबसे अधिक परेशानियों का सामना वाहन चालकों व स्थानीय लोगों को करना पड़ रहा है। स्थानीय विधायक हर्षवर्धन चौहान भी सड़क के इस हाल हालात को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने उच्च स्तर पर भी कई बार शिकायत की है लेकिन अभी तक हालात सुधारने, कथित घपले की जांच करने और घटिया सामग्री का उपयोग कर सड़क बनाने वाले ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू नहीं हुई है। तमाम आरोपों और बिगड़े हालात के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण आंखें मूंद कर बैठा है। ऐसा नहीं है कि विभाग के संज्ञान में यह मामला नहीं है लेकिन कार्यवाही के नाम पर अभी तक लोगों को आश्वासन ही मिल रहे हैं। हाईवे विभाग के एस.डी.ओ. कहते हैं कि टूटी सड़क को सुधारने का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा।
क्या कहते हैं बुद्धिजीवी
पहाड़ी क्षेत्र में वन-वे लाइन होने से कई हादसे व कई बाइक सवार गिर चुके हैं परंतु प्रशासन के सुस्त रवैये के कारण यह समस्या ग्रामीणों को झेलनी पड़ रही है। बुद्धिजीवियोंं ने सरकार से आग्रह किया है कि रोड की मुरम्मत जल्द से जल्द करवाई जाए तथा रोड को टू लेन बनाने की मांग भी की है। वहीं जी.ई.डी. ग्रुप लिमिटेड के जनरल मैनेजर संजय एकबोटे ने बताया कि प्रदेश सरकार ने इस रोड को टू वे लाइन बनाने की मान्यता दे दी है और 2-3 महीनों में उसका कार्य भी शुरू किया जाएगा।