राष्ट्रीय बैंकों में दो दिन की हड़ताल, केंद्र सरकार के खिलाफ हिमाचल में गरजे बैंक कर्मचारी

punjabkesari.in Friday, Jan 31, 2020 - 04:35 PM (IST)

शिमला/ऊना(योगराज/अमित): देश भर में आज राष्ट्रीयकृत बैंकों में 2 दिन की हड़ताल है। जिसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। यूएफबीयू के बैनर तले बैंक की नो यूनियन के लगभग 10 लाख अधिकारी व कर्मचारी हड़ताल में भाग ले रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में भी बैंक कर्मचारी हड़ताल पर हैं और बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर एक धरना प्रदर्शन भी किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बैंक कर्मचारियों ने यू एफ बी यू द्वारा 1 नवंबर 2017 को वेतन वृद्धि के लिए चार्टर्ड ऑफ डिमांड की कॉपी आईबीए को सौंपी थी और आईबीए के साथ कई मीटिंग भी की गई लेकिन इसके बाद भी कर्मचारियों की मांगे नहीं मानी गई। जिसके चलते बैंक कर्मचारियों को हड़ताल पर उतरना पड़ा है।
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यूएफबी यू के प्रदेश संयोजक गोपाल शर्मा ने कहा कि अगर केंद्र सरकार और हाईवे का अनदेखी वाला रवैया आगे भी जारी रहा तो बैंक कर्मचारियों को मजबूरन फिर से 11 से 13 मार्च तक 3 दिन की हड़ताल करनी पड़ेगी और अगर इसके बाद भी मांगे नहीं मानी गई तो 1 अप्रैल से बैंक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेवारी केंद्र सरकार और आईबीए की होगी। बैंक कर्मचारियों की प्रमुख मांगो में वेतन वृद्धि में 20% बढ़ोतरी, सप्ताह में 5 दिनों में बैंकिंग, स्पेशल एलाउंस का बेसिक पे में मिलना, पेंशन का अपडेशन और फैमिली पेंशन में सुधार इत्यादि हैं।

ऊना
यूनाइटेड फॉर्म ऑफ बैंक यूनियंस अपनी मांगों को लेकर 2 दिन की हड़ताल पर चले गए हैं क्योंकि वेतन रिवीजन नवंबर 2012 से पेंडिंग है। बैंक कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर यूनियन द्वारा 2017 में ही डिमांड दे दिया था, उसके बाद लगातार आईबीए के साथ निरंतर बातचीत के बावजूद हमारे साथ कोई संतोषजनक समझौता नहीं हुआ है , और न ही उनकी तरफ से सही ऑफर मिला है जिस कारण उन्हें मजबूरन हड़ताल पर जाना पड़ रहा है।
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यह हड़ताल 31 जनवरी और 1 फरवरी तक 2 दिन के लिए है। बैंक कर्मियों ने कहा कि अगर हमारी मांगे इसी तरह नहीं मांगी गई तो आगे 3 दिन की हड़ताल की जाएगी और 1 अप्रैल से बैंक अधिकारी और कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे ,इस हड़ताल के लिये भारत सरकार जिम्मेवार है, क्योंकि बैंक यूनियंस द्वारा बार-बार वार्ता करने के बावजूद भी हमारी मांगों को अभी तक मानने में असमर्थ रही है।

 

धर्मशाला
यूनाइटेड फेडरेशन आफ बैंक यूनियन के बैनर तले बैंकों की दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन धर्मशाला स्थित पंजाब नेशनल बैंक सर्कल ऑफिस धर्मशाला के बाहर बैंक कर्मियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। राष्ट्रीकृत बैंकों की हड़ताल के चलते जहां ग्राहकों को बैंकों के लेन-देन में परेशानी पेश आई। वेतन बढ़ोतरी सहित अन्य मांगों को लेकर बैंक यूनियनें हड़ताल पर हैं। कई जगहों पर एटीएम भी पैसे न होने की वजह से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। वहीं कुल्लू में भी बैंक हड़ताल से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।


 


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kirti

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