Bilaspur: आश्विन नवरात्रे कल से शुरू, श्रद्धालुओं के लिए 22 घंटे खुले रहेंगे मां नयनादेवी मंदिर के कपाट
punjabkesari.in Sunday, Sep 21, 2025 - 06:33 PM (IST)

बिलासपुर/नयनादेवी (बंशीधर/मुकेश): आस्था और श्रद्धा का महापर्व आश्विन नवरात्रे आज से श्री नयना देवी मंदिर में आरंभ होंगे। नवरात्रों को लेकर मंदिर परिसर को रंग-बिरंगी लाइटों व सजावट से सुसज्जित किया गया है। नवरात्र मेलों को लेकर मंदिर न्यास प्रशासन ने सारे प्रबंध पूरे कर लिए हैं। जानकारी के अनुसार इन नवरात्रों के दौरान माता नयनादेवी के दरबार में श्रावण नवरात्रों की अपेक्षा भीड़ कम रहती है, बावजूद इसके मंदिर न्यास प्रशासन ने संभावित श्रद्धालुओं की भीड़ को मद्देनजर रखते हुए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं। मंदिर 22 घंटे श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खुला रहेगा। मंदिर के कपाट केवल रात 12 से 2 बजे तक ही बंद रहेंगे।
6 सैक्टर मैजिस्ट्रेट तैनात
मेला क्षेत्र को 9 सैक्टरों में विभाजित कर 6 सैक्टर मैजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। मेले के दौरान 200 होमगार्ड व पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं तथा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आयुर्वैदिक एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य सहायता कक्ष स्थापित किए गए हैं तथा यह स्वास्थ्य सहायता कक्ष 24 घंटे खुला रहेंगे।
मंदिर परिसर में ध्वनि विस्तारक यंत्र और प्रसाद पर रोक
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में कई आवश्यक प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए हैं। इसके तहत 22 सितम्बर से 2 अक्तूबर के दौरान मंदिर परिसर में लाऊडस्पीकर, ढोल-नगाड़े, बैंड-बाजों सहित किसी भी प्रकार के ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। किसी भी प्रकार की सार्वजनिक उद्घोषणा केवल कंट्रोल रूम के माध्यम से ही की जाएगी। इसके अलावा मंदिर परिसर में प्रसाद के प्रयोग पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
भारी वाहनों की आवाजाही बंद
यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए टोबा से श्री नयना देवी मंदिर तक के सड़क मार्ग पर केवल बसों और छोटे यात्री वाहनों (टैक्सियों) को ही अनुमति होगी। ट्रक, कैंटर, ट्रैक्टर, टैम्पो आदि भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद रहेगी। साथ ही यदि किसी ट्रक, टैम्पो या ट्रैक्टर में सवारियां पाई जाती हैं तो उन्हें हिमाचल प्रदेश सीमा के गड़ामोड़ा और ग्वालथाई-भाखड़ा से आगे मंदिर की ओर बढ़ने की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालु इन स्थानों से केवल बसों या टैक्सियों के माध्यम से ही मंदिर पहुंच सकेंगे। मंदिर तक केवल परमिट की गाड़ियों को ही आने-जाने दिया जाएगा। अन्य वाहन घवांडल में खड़े किए जाएंगे।
क्या कहते हैं डीसी एवं मंदिर न्यास आयुक्त
डीसी एवं मंदिर न्यास आयुक्त राहुल कुमार ने बताया कि आश्विन नवरात्रों के लिए सारे प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। मंदिर न्यास श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है।