Kangra: विंग कमांडर नमांश के पिता जगन्नाथ ने कहा-अपनी पोती को भी पायलट बनाऊंगा
punjabkesari.in Wednesday, Nov 26, 2025 - 07:15 PM (IST)
नगरोटा बगवां (कांगड़ा) (बिशन): अपना इकलौता सपूत खोने के उपरांत भी शहीद विंग कमांडर नमांश के पिता जगन्नाथ स्याल चाहते हैं कि उनकी इकलौती पोती आर्य भी फाइटर पायलट बनकर पिता का नाम रोशन करे। उन्होंने बताया कि नमांश को बचपन से ही जहाज उड़ाने का शोक था, जिसके लिए उसने कड़ी मेहनत की और इस मुकाम तक पहुंचा था। दुबई शो में दिखाए गए नमांश के करतबों की पूरे विश्व के साथ-साथ पाकिस्तानी पायलटों ने भी जमकर तारीफ की। पिता ने बताया कि यह महज एक इत्तेफाक था, चंद सैकेंड में ही सब कुछ घट गया। चंद घंटों के बाद ही शो की समाप्ति हो जानी थी। उनका जांबाज बेटा गत 6 दिनों से लगातार दुनिया को अपने करतब दिखाकर देश का नाम ऊंचा कर रहा था। नमांश के पिता जगन्नाथ ने कहा कि मैं शहादत को कैश नहीं करना चाहता, न ही शहादत की कोई डिमांड होती है, यदि सरकार शहीद की याद में कोई यादगार बनाना चाहे तो मुझे कोई एतराज नहीं है।
नमांश की शहादत के उपरांत शहीद के पिता जगन्नाथ स्याल व माता वीना देवी द्वारा देखे गए सारे सपने चकनाचूर हो गए वहीं सास-ससुर की आस भी टूट गई। बता दें कि नमांश स्याल की पत्नी अफसान अख्तर अपने माता-पिता की इकलौती संतान है तथा यह कहना भी गलत नहीं होगा कि नमांश 2 परिवारों का भविष्य था, क्योंकि नमांश की इकलौती बहन प्रिया स्याल की शादी हो चुकी है। इससे पहले सुबह हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर ने भी शहीद के घर जाकर नमांश को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा कहा कि शहीद के पिता की हिम्मत को दाद देता हूं, जिन्होंने अपना इकलौता बेटा खो देने के उपरांत भी अपनी पोती को फाइटर पायलट बनाने का सपना संजोया है यही वीरभूमि के हर परिवार की कहानी और देश सेवा के लिए समर्पण भाव है। बुधवार शाम पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने गांव पटियालकड़ में जाकर नमांश को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा शहीद के पिता जगन्नाथ व अन्य परिजनों से संवेदना व्यक्त की।
सहपाठियों ने सांझा किए बीते पल
बुधवार को शहीद के परिजनों द्वारा शहीद के पैतृक घर पटियालकड़ में शहीद की आत्मा की शांति हेतु श्रद्धांजलि समारोह रखकर सारी रस्में पूरी करके भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। पारिवारिक व्यस्तता के चलते यह सब कुछ जल्दबाजी में करना पड़ा। शहीद के पिता कुछ समय के लिए घर पर ही रहेंगे, जबकि बाकी सदस्य वीरवार को वापस कोयम्बटूर के लिए रवाना हो जाएंगे। मंगलवार को भी विंग कमांडर नमांश के चाहने वालों का उनके निवास स्थान पर पूरा दिन तांता लगा रहा। बड़ी संख्या में लोग परिजनों से शोक व्यक्त करने पहुंचे। नमांश के सहपाठियों ने नमांश के साथ बीते पलों को सांझा किया।

