पहली बार हनुमान टिब्बा ट्रैक को पूरा कर लौटे पर्वतारोही

punjabkesari.in Monday, Jul 11, 2022 - 09:13 PM (IST)

नग्गर (आचार्य): पर्वतारोहियों की टीम के साथ पहले हनुमान टिब्बा अल्पाइन स्टाइल एक्सपीडिशन 2022 का नेतृत्व करने वाले राहुल ने पहली बार नीली आई झील के रास्ते 5200 मीटर ऊंचे हनुमान टिब्बा सर्किट को पूरा किया। यह पहला मौका है जब कोई पर्वतारोही दल नीली आई झील के लंबे व दुर्गम रास्ते होते हुए मनाली पहुंचा है। रिकी पर्वतारोही के नाम से जाने जाने वाले राहुल के साथ इस ट्रैक में मनाली, शिमला, केरल, महाराष्ट्र व पंजाब के साहिल मलिक, निकिता ठाकुर, आदित्य भारद्वाज, सिमरनजोत गिल, जोसेफ टी नूनी, ऐश्वर्या पवार शामिल थे।

  दल ने 1 से 6 जुलाई तक की धुंधी से ब्यास कुंड, टेंटु गली, समिट कैंप तक के लिए अपनी यात्रा शुरू की थी, लेकिन वापसी में खराब मौसम, पुराने ट्रैक पर गिरती चट्टानों व ग्लेशियर के चलते दल को रास्ता बदलना पड़ा। रिकी ने बताया कि रूट की स्थिति खराब थी हालांकि रूट में बदलाव की कोई योजना नहीं थी, लेकिन सभी की सुरक्षा के लिए उन्हें दूसरा रास्ता अपनाना पड़ा। इसलिए उन्होंने नीली आई झील के रास्ते दोरनी जोत, रियाली थाच, खानपरी टिब्बा व लामा डुग से मनाली जाने का फैसला किया, जोकि लंबा मार्ग व एक बहुत ही कठिन इलाके के रूप में जाना जाता है, लेकिन गूगल मैप उनका सहारा बना। उन्होंने कहा कि अभियान 8 जुलाई को समाप्त हुआ जिसे 7 के बजाय 9 दिनों का समय लगा, सभी लोग सुरक्षित मनाली पहुंच गए हैं। भविष्य में भी उनकी ऐसी कई योजनाएं हैं।

  उन्होंने कहा कि हिमाचल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नए ट्रैक विकसित किए जाने की जरूरत है। दल ने माऊंटेनियरिंग इंस्टीच्यूट मनाली में एडवांस कोर्स किया हुआ है व इसी दल ने मार्च में 5289 मीटर ऊंची फ्रैंडशिप पीक फतह की। वहीं, 6001 मीटर ऊंची अल्पाइन देऊ टिब्बा पीक 3 दिनों में फतह की थी जोकि एक रिकार्ड है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Kuldeep

Recommended News

Related News