मानसून का कहर: हिमाचल में फिर फटा बादल, मौतों का आंकड़ा 202 तक पहुंचा

punjabkesari.in Thursday, Aug 07, 2025 - 06:55 PM (IST)

शिमला (संतोष): हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिमला जिले के रामपुर में बादल फटने की घटना ने फिर से लोगों में दहशत फैला दी। वहीं कांगड़ा जिले में पौंग डैम से दोबारा पानी छोड़े जाने से निचले क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। राज्य के कई हिस्सों में भूस्खलन, फ्लैश फ्लड और बादल फटने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इसके चलते सैंकड़ों संपर्क मार्ग, ट्रांसफार्मर और पेयजल योजनाएं अभी भी बंद हैं, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है।

रामपुर की दरशाल पंचायत में बादल फटने से नाले में आई बाढ़
जानकारी के अनुसार बुधवार की रात्रि रामपुर उपमंडल की दरशाल पंचायत में बादल फटने की घटना पेश आई है। हालांकि इसमें कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है, लेकिन इसके चलते तकलेच बाजार के बीचोंबीच बह रहे नाले में भारी बाढ़ आ गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आसपास के घरों को एहतियातन खाली करवा लिया गया है। वहीं गुरुवार को तीन लोगों की मौत भी हुई है। इसके साथ मृतकों का आंकड़ा 199 से 202 पहुंच गया है, जबकि 307 लोग घायल हुए हैं। लापता का आंकड़ा भी बढ़ गया है, जो 36 से बढ़कर 37 हो गया है। सबसे ज्यादा 42 मौतें मंडी जिला में हुई है। राज्य को करीब 1952 करोड़ रुपए का नुक्सान हो चुका है। इसमें लोक निर्माण विभाग को 1040 करोड़ और जलशक्ति विभाग को 661 करोड़ रुपए की क्षति हुई है। मानसून सीजन में अब तक 58 बार फ्लैश फ्लड, 30 बार बादल फटने और 51 बार भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं।

पौंग बांध से फिर छोड़ा पानी, चंडीगढ़-मनाली फोरलेन 40 घंटे बाद खुला
उधर,  कांगड़ा जिले में पौंग बांध से गुरुवार को एक बार फिर 40 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। प्रशासन ने लोगों से नदियों और जलस्रोतों के किनारे न जाने की अपील की है। उधर, भारी बारिश के कारण बंद पड़ा चंडीगढ़-मनाली फोरलेन 40 घंटे बाद बहाल किया गया, जिससे लोगों सहित वाहन चालकों ने राहत की सांस ली है। वहीं भूस्खलन के कारण परवाणू-शिमला फोरलेन के चक्की मोड़ पर बंद होने के बाद इसकी दोनों लेन यातायात के लिए बहाल कर दी हैं। ऊना जिला के पिपलू से बड़सर मार्ग पर रछोह के समीप भारी बारिश के चलते भूस्खलन की घटना सामने आई है। बडूही सोहरी मार्ग भारी बारिश के कारण नीलकंठ महादेव मंदिर के पास भूस्खलन से अवरुद्ध हो गया। चुल्हड़ी गांव में भारी बारिश से मकान की दीवार ढह जाने से एक महिला घायल हो गई। ग्रामीणों ने उसे कड़ी मशक्कत से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे पीजीआई रैफर किया गया है।

2 एनएच व 452 संपर्क मार्ग बंद, 861 ट्रांसफार्मर और 244 योजनाएं ठप्प
बारिश से राज्य में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार गुरुवार सुबह तक 3 नैशनल हाईवे और 493 संपर्क मार्ग बंद रहे, जिसमें से एक नैशनल हाईवे और 41 संपर्क मार्गों को दुरुस्त करने के बावजूद गुरुवार शाम तक 2 नैशनल हाईवे व 452 संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं। इनमें कुुल्लू जिला में एनएच-305 जहेड़ व बंजार के समीप घियागी और किन्नौर जिला में एनएच-05 रिब्बा नाला के पास बाढ़ आने से अवरुद्ध है। संपर्क मार्गों में सबसे अधिक जिला मंडी में 245 व जिला कुल्लू में 117 बंद है। सुबह तक 1120 बिजली ट्रांसफार्मर बंद पड़े थे, जिसमें से 259 ट्रांसफार्मर दुरुस्त बनाने के बावजूद 861 ठप्प चल रहे हैं। वहीं एक पेयजल योजना ठीक करने के बावजूद 244 योजनाएं ठप्प चल रही हैं।


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Vijay

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