चला-फिरा नहीं जाता फिर भी अंतिम सांस तक समाज सेवा करने की ठानी है मीरा देवी ने
punjabkesari.in Saturday, Apr 07, 2018 - 10:00 AM (IST)

जयसिंहपुर : लोग प्यार करते गए और उनका हौसला बढ़ता गया। लोगों की सेवा में न दिन देखा न रात। जब भी किसी को जरूरत पड़ी मीरा देवी उनके पास खड़ी। न किसी से शिकायत न शिकवा। यह क्या कम है कि बतौर प्रशिक्षित दाई सेवानिवृत्त होने के बाद भी लोगों की सेवा का मौका मिला है। कुछ ऐसी सोच के साथ समाजसेवा में जुटी हैं गंदड़ पंचायत के गांव उमरी की मीरा देवी। मीरा देवी बतौर प्रशिक्षित दाई 2012 में सेवानिवृत्त हुईं। उसके बाद भी लोगों का प्यार ऐसा रहा कि मीरा ने भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। क्षेत्र में ताई के नाम से मशहूर मीरा को खुद नहीं पता कि उन्होंने कितने घरों में खुशियां बिखेरी हैं। मीरा कहती हैं कि हजारों डिलीवरियां उनके हाथों हुई हैं। मीरा कहती हैं कि मेरे पति मनोहर सिंह मेहनत-मजदूरी करते थे। उनकी हमेशा मुझे स्पोर्ट मिली है। शुरूआत से ही वह मेरे साथ चलते रहे।
मीरा देवी सिर्फ 5वीं तक ही स्कूल गईं
बड़ी बात यह है कि मीरा बदले में कोई मेहनताना नहीं लेतीं। उनका कहना है कि उन्होंने पैसों से कभी भी कार्य नहीं किया, कुछ लोग खुद ही उनके मना करने पर भी भेंट देते थे, वहीं कुछ न देने वाले खुद ही खाने की सामग्री घर तक पहुंचा देते थे। लोगों का प्यार व भगवान की कृपा है कि आज तक वह कार्य करती हैं। मीरा कहती हैं कि जब तक सांस है वह लोगों की सेवा में लगी रहेंगी। 1986 से 2012 तक उन्होंने अपनी सेवाएं विभिन्न अस्पतालों मेें दीं। मीरा देवी सिर्फ 5वीं तक ही स्कूल गईं। अस्पताल में ट्रेनर कांता, अती देवी अन्य के सहयोग से 6 माह की ट्रेनिंग थुरल अस्पताल में की।
65 वर्ष की मीरा देवी को अब चलने-फिरने व आंखों में दिक्कत आ रही है। उनका कहना है कि ज्यादा चला नहीं जाता तो दूर-दूर से लोग आज भी घर तक चले आते हैं। मीरा कहती हैं कि पैसा ही सबकुछ नहीं होता साहिब।
भगवान ऐसे बहुत कम लोगों को चुनता है
किसी को खुशी देकर खुश होना भी सबसे बड़ी नेमत है। मीरा कहती हैं कि जब वह प्रशिक्षित दाई कार्यरत थीं तो जिस जगह उन्हें भेजा गया, वहां के लोगों का भरपूर प्यार मिला और वह लोगों की चहेती बनती गईं। मीरा कहती हैं कि भगवान ऐसे बहुत कम लोगों को चुनता है जोकि समाजसेवा कर सकें। वह कहती हैं कि अगर कोई इस कार्य को सीखना चाहता है तो मैं उसे सीखाने में कभी भी पीछे नहीं हटूंगी। मीरा कहती हैं कि ये लोगों की दुआएं ही हैं कि जीवन में कभी भी उन्हें समस्या का सामना नहीं करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि जब आप लोगों के चेहरों पर खुशी लाने का कोई काम करते हैं तो ईश्वर आपके चेहरे से कभी खुशी नहीं जाने देता, वहीं गंदड़ पंचायत में 2 साल से लगातार होली के शुभ अवसर पर होली कमेटी द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा परिवार नियोजन अपनाने पर मीरा देवी को सम्मानित किया गया था। इसकी पुष्टि जिला आयुर्वैदिक कार्यालय धर्मशाला द्वारा भी की गई है।