Himachal: माता फुंगणी ने की भविष्यवाणी, पवित्र स्थलों से छेड़छाड़ बंद नहीं की ताे मानव जाति काे भुगतना पड़ेगा दंड
punjabkesari.in Wednesday, Jun 04, 2025 - 12:08 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप): जिला कुल्लू और मंडी की सीमा पर स्थित धार क्षेत्र में प्रतिवर्ष ज्येष्ठ महीने में आयोजित होने वाले धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के मेले का आयोजन इस वर्ष भी भव्य रूप से किया गया। इस मेले में माता फुंगणी, देवता पंचाली नारायण और चौहार घाटी की माता फुंगणी सहित तीनों देवी-देवताओं के कारकूनों ने हार मिलन कर पारंपरिक देव आदेशों और धार्मिक कर्तव्यों का पालन किया।
मेले के दौरान माता फुंगणी ने अपनी भविष्यवाणी में क्षेत्र के पवित्र स्थलों से छेड़छाड़ और उनकी अवमानना पर गहरी नाराजगी जताई। माता ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि मानव जाति देव नीति के अनुरूप चलेगी तो आने वाला समय सुख-समृद्धि और शांति से भरा होगा और अगर ऐसा नहीं हुआ ताे दैवीय प्रकाेप का सामना करना पड़ेगा। साथ ही माता ने विशेष रूप से प्राचीन एवं पवित्र स्थानों को छेड़ने से रोकने के आदेश दिए, ताकि धार्मिक श्रद्धा और सांस्कृतिक विरासत सुरक्षित रह सके।
फुंगणी माता के कारदार रामलाल ठाकुर ने बताया कि देव आदेशों के अनुसार फुंगणी धार क्षेत्र में केवल भेड़पालक ही प्रवेश कर सकते हैं। जिन लोगों ने इस क्षेत्र में घोड़े, खच्चर और भैंस छोड़ी हैं, उन्हें अपने पशुओं को वापस ले जाना होगा। यदि आदेशों का उल्लंघन किया गया तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में धार का काहिका (धार क्षेत्र का धार्मिक और प्रशासनिक निरीक्षण) आयोजित किया जाएगा, जिसमें तीनों देवी-देवता की उपस्थिति होगी।
रामलाल ठाकुर ने लोगों से अपील की कि वे देवी-देवताओं के पवित्र स्थलों को पिकनिक स्थल न बनाएं और वहां गंदगी न फैलाएं। यह श्रद्धा और देव आदेशों के प्रति अपमान होगा, जिस पर माता ने भी स्पष्ट नाराजगी जताई है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि देव आदेशों का पालन कर धार्मिक स्थलों की शुद्धता और पवित्रता बनाए रखें, जिससे क्षेत्र की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता बनी रहे।
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