Mandi: अंधेरे जंगल में भटके पर्यटक, SDRF और पुलिस ने किए रेस्क्यू
punjabkesari.in Sunday, Jul 13, 2025 - 03:19 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में शनिवार रात एक बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें सदर पुलिस थाना और SDRF की टीम ने मिलकर चार भटके हुए लोगों को 4 मील के घने जंगल से सुरक्षित बाहर निकाला। ये सभी लोग पंजाब के पर्यटक थे और सड़क बंद होने के कारण पगडंडी के रास्ते आगे बढ़ रहे थे, लेकिन रास्ता भटकने के बाद जंगल में लगभग 6 घंटे तक फंसे रहे।
शुरू हुई खोजबीन:
घटना शनिवार रात करीब 10 बजे की है, जब 4 मील के पास सड़क बंद होने के कारण पंजाब से आए कुछ पर्यटकों ने पैदल ही दूसरी ओर जाने का फैसला किया। उन्होंने एक पगडंडी का सहारा लिया, लेकिन कुछ दूरी तय करने के बाद वे रास्ता भटक गए और खुद को घने जंगल में फंसा पाया। डर और घबराहट में एक पर्यटक ने सदर थाना मंडी को फोन कर मदद मांगी।
सूचना मिलते ही सदर थाना मंडी की टीम इंस्पेक्टर देशराज के नेतृत्व में तुरंत 4 मील की ओर रवाना हो गई। रात के अंधेरे और घने जंगल में सर्च ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण था। लगभग दो घंटे तक चली कड़ी मशक्कत के बाद टीम को दो पर्यटकों की आवाज सुनाई दी। टॉर्च और डंडों की मदद से उन्हें गहरी खाई से बाहर निकाला गया, जहां वे दोनों एक पेड़ पकड़कर बैठे हुए थे। वे अत्यधिक घबराए हुए थे। थाना प्रभारी देशराज ने खुद उन्हें संभाला और सुरक्षित बाहर निकाला।
SDRF की एंट्री और सबका रेस्क्यू:
शुरुआती दो लोगों को निकालने के बाद, पुलिस ने बाकी दो की तलाश शुरू कर दी। इसी बीच, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम भी मौके पर पहुंच गई, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन को और गति मिली। सदर थाना और SDRF की संयुक्त टीम ने कुछ ही दूरी पर अन्य दो व्यक्तियों को भी खोज निकाला। इन चारों में तीन पर्यटक थे और एक धर्मपुर निवासी स्थानीय व्यक्ति था।
लगभग चार घंटे तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी को सुरक्षित जंगल से बाहर निकाल कर मुख्य सड़क पर लाया गया। वहां उन्हें पानी पिलाया गया और उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में पता चला कि वे कुछ स्थानीय लोगों का पीछा करते हुए पगडंडी पर चल रहे थे, लेकिन स्थानीय लोग आगे निकल गए और वे रास्ता भटक गए।
सुरक्षित घर वापसी:
रेस्क्यू किए गए तीन पर्यटकों को मंडी गुरुद्वारा में ठहराया गया, जबकि धर्मपुर निवासी व्यक्ति को एक निजी गाड़ी की व्यवस्था कर उसके घर भेज दिया गया। इस पूरे ऑपरेशन के दौरान तहसीलदार भी मौके पर मौजूद थे।