Himachal: पेयजल योजनाओं में गिरा जलस्तर, 123 साल में नवम्बर में सबसे कम वर्षा
punjabkesari.in Saturday, Nov 30, 2024 - 09:25 PM (IST)
साच पास सड़क बंद, 6 नवम्बर तक साफ रहेगा मौसम
मनाली,चम्बा,शिमला (सोनू/संतोष): पिछले 123 वर्षों में इस वर्ष नवम्बर माह में हिमाचल में तीसरी सबसे कम वर्षा रिकाॅर्ड की गई है। इस वर्ष नवम्बर माह में 0.2 मिलीमीटर ही वर्षा हुई है। नवम्बर माह में सामान्यता 19.7 मिलीमीटर वर्षा होती है, लेकिन इस बार 99 फीसदी कम मेघ बरसे हैं। इस वर्ष नवम्बर माह में हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर, कुल्लू, कांगड़ा, मंडी, शिमला, ऊना व चम्बा में बिल्कुल भी वर्षा नहीं हुई है। उधर बारिश व बर्फबारी न होने के कारण राज्य में सूखे जैसे हालात हो गए हैं और इससे अब पेयजल स्त्रोत भी सूखने लगे हैं।
प्रदेश में जल शक्ति विभाग की करीब 9000 पेयजल योजनाओं में से 55 फीसदी योजनाओं में पानी का स्तर 15 से 20 फीसदी तक गिर गया है। उधर, सूखे की मार के कारण इस बार किसान 63 फीसदी भूमि पर गेहूं की बुआई नहीं कर पाए, जबकि प्रदेश में 3.26 लाख हैक्टेयर भूमि पर गेहूं की फसल उगाई जाती है। हिमाचल में गेहूं की बुआई के लिए उपयुक्त समय 15 नवम्बर है। यदि अब बारिश भी होती है तो किसान इसकी बुआई नहीं कर पाएंगे। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 72 घंटों में हिमालय रेंज की ऊंची चोटियों यानी लाहौल-स्पीति, चम्बा, किन्नौर, कांगड़ा व कुल्लू जिलों के ऊंचे क्षेत्रों में हल्की वर्षा व बर्फबारी की संभावनाएं जताई हैं, जबकि मैदानी व मध्य इलाके साफ रहेंगे, जबकि प्रदेश में 6 नवम्बर तक मौसम पूरी तरह से साफ बना रहेगा।
जनजातीय उपमंडल पांगी को जिला मुख्यालय चम्बा से जोड़ने वाला साच दर्रा आगामी आदेशों तक आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। सार्वजनिक सुरक्षा और अप्रिय घटनाओं की रोकथाम की दृष्टिगत मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 115 के तहत निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए डीसी मुकेश रेप्सवाल (भाप्रसे) इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। यहां विशेष रूप से सुबह और शाम के समय सड़क की सतह बर्फीली हो जाती है और अचानक बर्फबारी के कारण यात्रियों के फंसने की संभावना बढ़ जाती है।
रोहतांग दर्रे पर हिमपात
मौसम के करवट बदलते ही रोहतांग दर्रे सहित पहाड़ियों में हिमपात का क्रम शुरू हो गया है। रोहतांग दर्रे में शनिवार को 2 इंच हिमपात हुआ। रोहतांग में बर्फ के फाहे देख पर्यटक झूम उठे। पर्यटन नगरी में हिमपात से पर्यटन कारोबार बढ़ने की उम्मीद जगी है। हालांकि अभी पर्यटकों की संख्या कम है लेकिन न्यू ईयर व क्रिसमस के दौरान सैलानियों का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है।लाहौल-स्पीति के एसपी मयंक चौधरी ने बताया कि लाहौल के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की आवाजाही मौसम पर निर्भर रहेगी।