राम सिंह को सौंपी कुल्लू मनाली जेसीबी यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष की कमान

punjabkesari.in Sunday, Apr 04, 2021 - 04:50 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप) : कुल्लू जिला में कुल्लू मनाली जेसीबी यूनियन का गठन बाशिंग के देवधाम कैफे में आयोजित बैठक में किया गया। जिसमें दो दर्जन से अधिक जेसीबी संचालकों ने भाग लिया। बैठक में उपस्थित 2 दर्जन सदस्यों ने राम सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी और नरेन्द्र सिंह को महासचिव की दायित्व सौंपा। जिसमें यूनियन के सभी सदस्यों ने बैठक में संचालको की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की। पिछले 15 वर्षो से जेसीबी के द्वारा होने वाले कार्यों के रेट में बढ़ौतरी करने का निर्णय लिया गया है। जिसमें जेसीबी के बकेट से खोदाई के 1200 रूपये और ब्रेकर से पत्थर तोड़ने के 2000 हजार रूपये निर्धारित किए है। जेसीबी यूनियन की आगामी बैठक से पहले यूनियन की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें अन्य जेसीबी संचालकों की सदस्यता की जाएगी। 

कार्यकारी अध्यक्ष राम सिंह ने बताया कि कुल्लू -मनाली जेसीबी यूनियन का गठन किया गया है, जिसमें 2 दर्जन से अधिक सदस्यों ने सामूहिक फैसला लिया कि पिछले 15 साल पहले जेसीबी के बकेट खोदाई का रेट 9 सौ रूपये प्रति घंटा था, जब डीजल 30 रूपये प्रति लीटर था और अब डीजल के दाम 80 रूपये पहुंचा है जिससे जेसीबी के बकेट का 1200 रूपये प्रति घंटा किया गया है और ब्रेकर का रेट 2000 रूपये किया गया है। उन्होंने कहा कि जेसीबी यूनियन आगे से इस रेट लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि जेसीबी यूनियन को रजिस्ट्रेशन कर कार्यकारिणी के पदाधिकारियों का चुनाव किया जाएगा। जिसमें सभी जेसीबी संचालकों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी और जेसीबी यूनियन के साथ अन्य व्यवसायी भी जुड़े हुए है। जिसमें ऑप्ररेटर, मैकेनिंग, पेट्रोल पम्प, टायर सर्विस वाले भी जुड़े हुए है।

उन्होंने कहाकि जेसीबी यूनियन समाज सेवा में भी अपना योगदान देंगे। जिसमें आज पहली बैठक हुई है जिसमें जेसीबी यूनियन का ऑफिस पतलीकुहल में होगा। जिसमें जब जेसीबी संचालकों को कोई समस्या आए तो उसके समाधान के लिए सभी सदस्य मिलकर सहयोग करेंगे। सबको साथ लेकर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जेसीबी ऑप्ररेटरों को काम के लिए परेशानियों हुई है जिसमें संचालक बैंक की किस्त भी अपनी जेब से दे रहे है। उन्होंने कहा कि जेसीबी संचालकों का रेट ऑफिस से जब जेसीबी मशीन चलती है उससे से ही निर्धारित होता है जिससे काम पर पहुंचने के लिए भी जेसीबी ऑप्ररेटर का समय लगता है जिससे यह दाम जेसीबी संचालक काम पर पहुंचाने का भी लिया जाता है।
 


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Content Writer

prashant sharma

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