Kullu: देव महाकुंभ संपन्न, भगवान रघुनाथ से विदाई लेकर देवालय रवाना हुए देवी-देवता
punjabkesari.in Sunday, Oct 20, 2024 - 05:27 PM (IST)
कुल्लू (गौरीशंकर): अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में शामिल हुए 25 से अधिक देवी-देवता उत्सव संपन्न होने के बाद रविवार को भगवान रघुनाथ से विदाई लेकर अपने देवालय रवाना हो गए। हालांकि अधिकतर देवी-देवता रथयात्रा संपन्न होने के बाद शनिवार को अपने देवालय रवाना हो गए थे, लेकिन ऊझी घाटी और भुंतर क्षेत्र के देवी-देवता अस्थायी शिविर में बैठे रहे। रविवार सुबह ये देवी-देवता पूजा-अर्चना के बाद ढोल-नगाड़ों की थाप पर अपने-अपने देवालयों की ओर रवाना हो गए।
ये देवी-देवता लौट देवालय
भगवान रघुनाथ के अस्थायी शिविर वाले मैदान में माता पार्वती चौंग उनके बेटे गणेश, देवता श्री वीर वराधी व पांच वीर खल्याणी फाटी बाराहार व श्री हुरगू काली नारायण जोंगा शामिल थे जो रविवार सुबह ढालपुर से अपने देवालय की ओर रवाना हुए। ऊझी घाटी की महामाई उग्रतारा और कैलाशणा माता भी रविवार सुबह अपने देवालय के लिए लौट गईं। इसी तरह जम्लू देवता पीज, देवता श्री कैला वीर गांव खलोगी खड़ीहार, आदि ब्रह्मा खोखण और उनके साथ चलने वाले अन्य देवी-देवता भी रविवार को अपने-अपने स्थल की ओर लौटे।
आशीर्वाद देने का सिलसिला चला
उत्सव संपन्न होने के बाद ढालपुर मैदान में डटे देवी-देवताओं ने रविवार सुबह श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया और उनके दुखों के निवारण के उपाय सुझाए। साथ में कई लोगों ने देवता के सामने अपने दुख और कष्टों को लेकर पूछ भी डाली और देवता ने अपने गुर के माध्यम से दुखों के निवारण का उपाय दिया।
ढालपुर में बिताई रात
उत्सव संपन्न होने के बाद शनिवार को अस्थायी शिविर में देवी-देवताओं के हारियानों ने देवता के साथ रात ही बिताई, जिसके चलते यहां रात्रि पूजा के साथ-साथ सुबह की पूजा का नियम किया गया। उसके बाद देवलुओं ने सुबह का भोजन कर यहां से रवानगी की। रविवार दोपहर तक ढालपुर में माहौल देवमय बना रहा।