Himachal: ‘गुड गवर्नैंस’ में कांगड़ा जिला ने फिर रचा इतिहास, 50 लाख का मिला पुरस्कार

punjabkesari.in Tuesday, Nov 12, 2024 - 11:54 AM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो): जिला कांगड़ा ने लगातार तीसरी बार सुशासन सूचकांक में प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर राज्य में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन को दोहराया है। राजधानी शिमला में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित एक कार्यक्रम में उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने ‘गुड गवर्नैंस’ के लिए 50 लाख का प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। सोमवार को उपायुक्त हेमराज बैरवा ने अपने कार्यालय में गुड गवर्नैंस के लिए प्रथम पुरस्कार मिलने पर कांगड़ा जिला के अधिकारियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जिला कांगड़ा में विभागों के बेहतर आपसी समन्वय के चलते गवर्नैंस सुगम और सरल हुई है। जिले में जनता की सुविधा और सरकार के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए निष्ठा से कार्य कर रहे अधिकारी-कर्मचारियों को इस पुरस्कार का श्रेय जाता है। उन्होंने भविष्य में भी इस प्रदर्शन को बरकरार रखने के लिए जिले में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों से आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का आह्वान किया है, ताकि आम जनमानस को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। 

हर कार्य में हमेशा रहती है सुधार की गुंजाइश 
डीसी ने कहा कि भले ही जिला कांगड़ा ने सुशासन सूचकांक में लगातार तीसरी बार पहला स्थान प्राप्त किया है, लेकिन हर कार्य में सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है। उन्होंने बताया कि शासन की गुणवत्ता का आकलन करने में यह सूचकांक मददगार साबित होगा। गौरतलब है कि जिला कांगड़ा ने पिछले कुछ समय में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। सुशासन सूचकांक में 2 वर्षों से लगातार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के साथ-साथ जिले की झोली में और भी महत्वपूर्ण पुरस्कार आए हैं। 

नवाचार के क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन 
डीसी ने बताया कि इसके अतिरिक्त पिछले कुछ वर्षों में अनेक प्रतिष्ठित आयोजनों की सुव्यवस्थित मेजबानी करने में भी जिला कांगड़ा सफल रहा है। उन्होंने बताया कि गुड गवर्नैंस के साथ-साथ जिला कांगड़ा पर्यटन, इवैंट्स आयोजन और नवाचार के क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। इस अवसर पर एडीसी विनय कुमार, एडीएम डाॅ. हरीश गज्जू, एसी टू डीसी सुभाष गौतम, जिला सांख्यिकी अधिकारी सलोचना देवी सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।

क्या है जिला सुशासन सूचकांक 
जिला सुशासन सूचकांक (डिस्ट्रिक्ट गुड गवर्नैंस इंडैक्स) शासन की गुणवत्ता के आकलन का एक उपक्रम है। इसकी रिपोर्ट सभी जिलों के आंकड़ों के आधार पर तैयार की जाती है और इसमें सभी जिलों के तुलनात्मक मूल्यांकन के लिए 8 मुख्य विषयों, 19 फोकल बिन्दुओं और 76 संकेतकों पर डाटा एकत्र किया जाता है। 
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Content Writer

Vijay

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