कांग्रेस सरकार द्वारा प्रायोजित था 1984 का सिख कत्लेआम : इश्मीत कौर

punjabkesari.in Thursday, Oct 31, 2019 - 07:56 PM (IST)

शिमला (योगराज): 1984 के सिख दंगों पर लिखी गई ‘‘ब्लैक नवंबर’’ किताब की लेखिका इश्मीत कौर चौधरी ने दंगों के लिए कांग्रेस पार्टी और तत्कालीन प्रशासन को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। लेखिका ने शिमला में किताब के विमोचन के मौके पर कहा कि इंदिरा गांधी के कत्ल के बाद सरकार ने बदले की भावना के लिए सिखों को निशाना बनाया था। घटना के समय शिमला में कुछ दिनों तक शांति रहने के बाद दिल्ली से एक कांग्रेस के नेता के आने के बाद सिखों के खिलाफ शिमला में भी हमले शुरू हो गए थे। दंगों के पीड़ितों को 35 साल बाद भी न्याय नहीं मिल सका है। सिख परिवारों के कत्लेआम के लिए एक पार्टी और परिवार जिम्मेदार है, जिनसे माफी की दरकार अभी भी हजारों परिवारों को है।
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1984 के दंगों की ही पुनरावृत्ति है गोधरा कांड

उन्होंने कहा कि गोधरा कांड और बाद में हुए दंगे भी देश और मानवता की आत्मा पर बड़ा कलंक है 1984 के दंगों की ही पुनरावृत्ति गोधरा कांड है अगर उस समय दंगों को लेकर सरकार ने सख्त कदम उठाया होता तो गोधरा कांड घटित नहीं होता। सत्ता के इशारों पर दंगों और अत्याचारों में प्रशास का मिल जाना आज भी देश के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे साहसी कौम सिख समुदाय के खिलाफ 1984 के दंगे आज ताजा हैं और मानवता को शर्मसार कर रहें है लेकिन सबसे बड़ा सवाल आज भी वही है कि आखिर ये कत्लेआम अचानक हुए थे या सत्ता के शिखर पर बैठे आकाओं के इशारों पर कौम के खिलाफ बदले की कार्रवाई का परिणाम रहा।

292 पन्नों की किताब में दिखाए 1984 के हालात

उन्होंने कहा कि किस तरह तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की उनके ही बॉडीगार्ड द्वारा की गई हत्या के बाद पंजाब के साथ देशभर में सिखों के खिलाफ उमड़ी हिंसा और समुदाय विशेष को लेकर घृणा जो कत्लेआम के रूप में सामने आई। 1984 के सिख कत्लेआम और उससे जुड़ी घटनाओं के दर्द, इससे उपजे गुस्से और डर को 292 पन्नों की किताब में उस वक्त के हालात को दिखाने का प्रयास किया गया है।


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Vijay

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