बिलिंग में टैंडम उड़ान के दौरान हादसा, पेड़ पर जा फंसे महिला पर्यटक व पायलट
punjabkesari.in Wednesday, Oct 27, 2021 - 09:34 PM (IST)

पपरोला (गौरव): बिलिंग घाटी में बुधवार देर शाम टैंडम उड़ान के दौरान एक महिला पर्यटक ग्लाइडर व पायलट सहित पेड़ पर जा फंसी, जिसे रैस्क्यू टीम ने पेड़ से नीचे उतारा। ऐसा पहली बार नहीं हुआ, इससे पूर्व भी कई पर्यटक पैराग्लाइडरों सहित पेड़ पर जा फंसे हैं। बताया गया है कि उक्त महिला दिल्ली की रहने वाली है। सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार बिलिंग में पिछले काफी दिनों से खराब मौसम में भी टैंडम व सोलो उड़ानों का दौर चला हुआ है लेकिन उन पर रोक लगाने के लिए न तो वहां पर शासन-प्रशासन कोई रूचि ले रहा है और न ही प्रशासन की ओर से चयनित संबंधित कर्मचारी इस ओर कोई खासा ध्यान दे पाते हैं।
कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
विदित है कि बिलिंग घाटी में इससे पहले भी 2 ग्लाइडर पेड़ों में जा फंसे थे व तब 4 लोगों को रैस्कयू किया था। इससे पूर्व भी धर्मशाला के इंद्रूनाग में टैंडम उड़ान के दौरान पैराग्लाइडिंग करवाने वाले एक सहयोगी व्यक्ति की जान चली गई थी। बिलिंग में भी खराब मौसम में उड़ानों का दौर जारी है, ऐसे में यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है जोकि बिलिंग की चमक को फीका कर सकता है।
क्या बोले साडा के सुपरवाइजर
बिलिंग में वर्ष 2005 में एक सफल वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था, जिसके बाद बिलिंग घाटी रातोंरात अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पटल पर छा गई थी। यहां हर वर्ष विदेशी पायलट उड़ान भरने आते हैं। इसके अलावा हजारों की तादाद में बाहरी राज्यों के पर्यटक भी यहां उड़ानों का आनंद लेने व बिलिंग घाटी की खूबसूरती निहारने आते हैं लेकिन बिलिंग घाटी सरकार की उदासीनता के चलते अपनी चमक दिन-प्रतिदिन खोती चली जा रही है। इस बाबत साडा सुपरवाइजर रणविजय ने बताया की बिलिंग में उड़ानों के दौरान ग्लाइडर व पर्यटकों के पेड़ में फंसने की सूचना उन्हें देर रात मिली। इस घटना में महिला व पायलट दोनों सुरक्षित हैं व उन्हें रैस्क्यू कर लिया गया है।
हवाबाजी के खेल में हवा हो रहे नियम
बिलिंग घाटी को पैराग्लाइडिंग का दूसरा स्वर्ग कहा जाता है। यहां कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बने हैं। वर्ष 2005 में बिलिंग में एक सफल वर्ल्ड कप का आयोजन बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के बैनर तले हुआ है, जिसके बाद कई छोटे इवैंट बिलिंग घाटी में हो चुके हैं लेकिन हैरानी का विषय यह है कि बिलिंग में उड़ान भरने के लिए कोई ठोस नियम अभी तक बन पाए हैं। पर्यटन विभाग भी यहां इवैंट होने के दौरान ही अपनी उपस्थिति दर्ज करवाता है। बिलिंग में खराब मौसम में हो रही हो उड़ानों व लगातार बाहरी राज्य से आने वाले पर्यटकों का पेड़ों में फंसना इस बात को स्पष्ट करता है कि हवाबाजी के खेल में यहां नियम हवा हो रहे हैं जोकि बिलिंग घाटी के लिए अच्छी बात नहीं है।
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