हिमाचल में जनजीवन अस्त-व्यस्त: चंबा में भूस्खलन की चपेट में आने से पति पत्नी की मौत
punjabkesari.in Monday, Jul 21, 2025 - 10:40 AM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में पिछले कई घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। राज्य भर में जगह-जगह भूस्खलन की खबरें आ रही हैं, जिससे सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों के लिए भारी बारिश का 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जो आने वाले समय में और अधिक खराब मौसम का संकेत है।
चंबा जिले की चड़ी पंचायत में भूस्खलन की एक दुखद घटना सामने आई है, जहां एक मकान इसकी चपेट में आने से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में पति-पत्नी की मौत हो गई। मृतकों की पहचान सन्नी और उनकी पत्नी पल्लवी के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि पल्लवी अपने पति सन्नी के साथ अपने मायके आई हुई थीं, और दुर्भाग्यवश यह हादसा उसी दौरान हो गया। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और प्रशासन को भी इसकी जानकारी दी। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, चंबा के विधानसभा क्षेत्र चुराह में आज सभी स्कूल बंद रखने का फैसला किया गया है। उपायुक्त चंबा मुकेश रेप्सवाल ने बताया कि शिक्षा विभाग ने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
वहीं, मंडी जिले के थुनाग में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। स्थानीय नदियां उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में स्थित लोगों के घरों को खतरा पैदा हो गया है। लगातार बारिश के कारण, उपमंडल थुनाग में भी आज सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का आदेश दिया गया है। इसी तरह, शिमला जिले के कुमारसैन, रोहड़ू, जुब्बल, चौपाल, जलोग, सुन्नी और ठियोग में भी आज सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
कुल्लू जिले में भी रात भर हुई भारी बारिश ने स्थिति को चिंताजनक बना दिया है। यहां भी नदी-नाले पूरी तरह उफान पर हैं। कई जगहों पर बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग 305 सहित कई महत्वपूर्ण सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। इससे लोगों को आवाजाही में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ब्यास नदी के अलावा, तीर्थन, पिन पार्वती और जीभी खड्ड जैसी स्थानीय नदियां और नाले भी बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों को सतर्क रहने और नदियों-नालों के करीब न जाने की सख्त हिदायत दी है।
यह स्थिति दर्शाती है कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने किस तरह से आम जनजीवन को प्रभावित किया है और लोगों को लगातार सतर्क रहने की आवश्यकता है।