हूम उत्सव में बोले देवता-मैं करूंगा कोरोना से रक्षा, देव ध्यान करें लोग
punjabkesari.in Wednesday, Nov 04, 2020 - 11:25 PM (IST)

बालीचौकी (मंडी) (दुनीचंद): सराज क्षेत्र के देव मतलोड़ा का हूम उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। सालाना मनाए जाने वाले इस आस्था के इस पवित्र हूम में हजारों की संख्या में लोगों ने अपनी हाजिरी लगाई। देवता कमेटी सात हार के अध्यक्ष निदेश कुमार ने बताया कि हूम उत्सव शांति के साथ संपन्न हो गया। देवता ने कोरोना महामारी से लोगों की रक्षा करने की बात की और लोगों को देव ध्यान में रहने की सलाह भी दी।
जानकारी के अनुसार 10 हजार की ऊंचाई पर स्थित आराध्य देवता मतलोड़ा के मंदिर में सदियों से मनाए जा रहे इस हूम उत्सव को पारम्परिक रीति-रिवाजों के अनुसार ही मनाया जाता है। बता दें कि आराध्य देवता मतलोड़ा का रथ अपने मूल स्थान चोहट से कोठी सात हारियान होते हुए कांढा मंदिर पहुंचता है, जहां रातभर देव रीति से विधि-विधान पूरे किए जाते हैं।
आराध्य देव मतलोड़ा अपने सात हारियान के बाजे-गाजे के साथ सुबह 4 बजे ही अपने मूल स्थान कोठी से बाहर देव समयानुसार निकलते हैं और इसके उपरांत देव कोठी से जलेब वाद्ययंत्रों के साथ देव कांढ़ा के लिए रवाना होती है। देव कांढ़ा मंदिर पहुंचने पर देवरथ की सभी परिक्रमाओं को पूर्ण करने पर 7 हारियान में नवजात बच्चों के मुंडन संस्कार किए जाते हैं तो वहीं कुछ लोग अपने-अपने दुख-सुख की समृद्धि को लेकर देवता से प्रश्र करते हैं। मान्यता है कि लोगों की मन्नतें एक वर्ष के भीतर पूरी होती हैं।