Hamirpur: कांग्रेस किस मजबूरी में बोल रही पाकिस्तान के बोल : अनुराग
punjabkesari.in Tuesday, Apr 29, 2025 - 09:31 PM (IST)

हमीरपुर (राजीव): कांग्रेस व उनके नेताओं की ऐसी क्या मजबूरी है कि पाकिस्तान के बोल बोलना जरूरी है? आखिर क्यों भारतीयों के खून बहने पर कांग्रेस का खून नहीं खौलता है? यह बात हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दुनिया का एक ऐसा देश है जिसकी स्टेट पॉलिसी में टेररिस्ट फंडिंग है। खून बहाने में जिसको आनंद आता है तथा भारत में बार-बार आतंकवादी हमले करवाने का जो काम करता है, उसका नाम पाकिस्तान है। कांग्रेस और उनके नेताओं की क्या मजबूरी है कि उन्हें पाकिस्तान की भाषा बोलनी पड़ रही है?
क्या उन्हें भारत के खिलाफ हुए आतंकी हमलों में निर्दोष नागरिकों का खून नजर नहीं आता? आखिर कांग्रेस बार-बार पाकिस्तान का बचाव क्यों कर रही है? सैफुद्दीन सोज पाकिस्तान के उस बयान का समर्थन कर रहे हैं, जिसमें वह कह रहा है कि उसके हमले में कोई हाथ नहीं है। क्या अब हमें पाकिस्तान की सफाई पर यकीन करना चाहिए? क्या अब कांग्रेस इस्लामाबाद की जुबान बोलने लगी है? अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि पाकिस्तान के मंत्री ने माना है और उनके रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने खुल्लम-खुल्ला धमकी दी है कि भारत के अलग-अलग शहरों में वह आतंकवादी हमले करवा सकते हैं। जब हमारी सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी, तब भी कांग्रेस ने सवाल उठाए थे।
अब, जब देश एक और आतंकी हमले से जूझ रहा है, कांग्रेस फिर से वही कर रही है, भारत पर सवाल और पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कहा है कि अगर तुम एक बूंद भी खून बहाओगे तो एक बूंद भी पानी का नहीं जाने देंगे और सिंधु जल संधि को निरस्त किया है। क्या भारत के लोगों का खून बहने पर कांग्रेस का खून नहीं खौलता है तथा क्या उनका हृदय पाकिस्तान से बदला लेने का नहीं होता है? कांग्रेस के पूर्व मंत्री सैफुद्दीन सोज का काम था कि सिंधु जल संधि को निरस्त करते, पर उन्होंने नहीं किया और आज पाकिस्तान के पक्ष में बयानबाजी कर रहे हैं।
यह पहला मौका नहीं है, जब कांग्रेस की 'पाकिस्तान प्रेम' की मानसिकता सामने आई है। कांग्रेस के कई नेता समय-समय पर ऐसे बयान देते आए हैं, जो भारत की बजाय पाकिस्तान के हित में जाते हैं, लेकिन सवाल यह है कि कांग्रेस की शीर्ष नेतृत्व इन बयानों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं करता? क्या ये बयान पार्टी की सोच का हिस्सा हैं?