Himachal Weather: नवंबर माह में बारिश की उम्मीद खत्म, जानिए मौसम को लेकर अपडेट ?
punjabkesari.in Wednesday, Nov 19, 2025 - 10:59 AM (IST)
हिमाचल डेस्क। नवंबर का महीना बीतने को है, लेकिन हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की वापसी के बाद से बारिश का लंबा अंतराल चिंता का विषय बन गया है। मौसम विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि पूरे नवंबर में बारिश के कोई आसार नहीं हैं, और दिसंबर की पाँच तारीख के बाद ही कुछ राहत मिलने की संभावना है।
बारिश में भारी कमी
आंकड़ों के अनुसार, इस साल नवंबर में अब तक पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 90 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। यह सूखापन अब सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका सीधा असर प्रदेश की कृषि और बागबानी पर दिखना शुरू हो गया है।
सेब बागबानी: नमी की कमी के कारण बागबानों में परेशानी है। सेब के पौधों के लिए यह सूखा मौसम अनुकूल नहीं है।
गेहूं की बिजाई: इस समय गेहूं की बुवाई का महत्वपूर्ण समय चल रहा है, लेकिन मिट्टी में पर्याप्त नमी न होने से बिजाई के काम पर बुरा असर पड़ रहा है। कृषि विभाग ने इस स्थिति का आकलन करने के लिए मौसम विभाग से विस्तृत रिपोर्ट भी माँगी है।
ठंडी रातें, धूप वाले दिन
पिछले 24 घंटों में राज्य के लगभग सभी क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहा। अधिकतम तापमान ऊना में दर्ज हुआ, जबकि लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी में न्यूनतम पारा -5.1 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया, जो यह दर्शाता है कि रातें बेहद ठंडी हो रही हैं।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक मैदानी, मध्यम और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम बिल्कुल साफ रहेगा। दिन में तेज धूप खिलेगी, जबकि रातें ठंडी होंगी। हालांकि, अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में भी फिलहाल बर्फबारी की कोई संभावना नहीं है।
किसानों और यात्रियों के लिए स्थिति
अच्छी बात यह है कि अगले कुछ दिनों के लिए राज्य के सभी 12 जिलों में किसी भी तरह की मौसम संबंधी चेतावनी (जैसे भारी बारिश या हिमपात) जारी नहीं की गई है। इससे यात्रा और दैनिक गतिविधियाँ बिना किसी रुकावट के जारी रहेंगी।
मगर, लगातार शुष्क मौसम ने खेती-किसानी पर निर्भर लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। उनका मानना है कि अगर यह सूखा लंबे समय तक चला, तो इसका सीधा असर उनकी उपज और राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।

