हिमाचल वासियों को मिलेगी बड़ी राहत, अब बदल जाएगी लोगों की ज़िंदगी...

punjabkesari.in Friday, Sep 26, 2025 - 08:28 AM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में ब्यास नदी पर बना पंडोह का लाल पुल 2023 की आपदा में बह गया था, जिससे द्रंग क्षेत्र के हजारों लोग मुश्किलों में फंस गए थे। अब, हिमाचल सरकार ने इस पुल के पुनर्निर्माण का काम शुरू कर दिया है, जिससे इलाके के लोगों में नई उम्मीद जगी है.

लाल पुल की तबाही

भयानक बारिश और बाढ़ में ब्यास नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया कि पंडोह का पुराना लाल पुल ढह गया। यह पुल द्रंग की आठ पंचायतों के हजारों लोगों के लिए मंडी शहर तक पहुंचने का मुख्य रास्ता था। पुल के टूट जाने से न केवल ग्रामीणों को मंडी पहुंचने के लिए छह किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ता था, बल्कि बारिश के मौसम में यह वैकल्पिक मार्ग भी अक्सर बंद हो जाता था। इस वजह से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था।

ग्रामीणों की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हुईं। मंडियों में अपनी फसल बेचने जाने वाले किसानों को लंबा और जोखिम भरा सफर तय करना पड़ता था। इसके अलावा, पंडोह और आसपास के छोटे दुकानदारों और व्यापारियों का कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ। ग्राहकों की आवाजाही कम हो गई, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई। लाल पुल सिर्फ एक ढांचा नहीं था, बल्कि यह इस क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक जीवनरेखा था।

नई उम्मीद: डबल लेन स्टील ब्रिज का निर्माण

लोगों की लगातार मांग और परेशानियों को देखते हुए, हिमाचल सरकार ने इस महत्वपूर्ण पुल का पुनर्निर्माण करने का निर्णय लिया। यह कोई साधारण पुल नहीं होगा, बल्कि 14.18 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक डबल लेन स्टील ब्रिज बनाया जाएगा। यह नया पुल पुराने पुल से ज्यादा मजबूत और सुरक्षित होगा, जो भविष्य की आपदाओं का सामना करने में सक्षम होगा।

लोक निर्माण विभाग ने पुराने पुल के मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया है। विभाग के सहायक अभियंता, प्रवीण तलवार ने बताया कि अगले एक साल के भीतर इस पुल का निर्माण पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना सरकार की प्राथमिकता में है और इसे समय पर पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

नए पुल से बदलेगी जिंदगी

नए पुल के बनने से सिर्फ द्रंग क्षेत्र के लोग ही नहीं, बल्कि पंडोह, बदार और आसपास के व्यापारी भी लाभान्वित होंगे। यह पुल न केवल लोगों की यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। स्थानीय व्यापारियों का मानना है कि जैसे ही पुल का निर्माण पूरा होगा, मंडी और आसपास के शहरों से ग्राहकों की आवाजाही फिर से शुरू हो जाएगी, जिससे उनका व्यापार फिर से रफ्तार पकड़ेगा।

ग्रामीणों ने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि अब उन्हें मंडी आने-जाने के लिए बार-बार वैकल्पिक मार्ग की परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। यह नया पुल उनके लिए एक नई सुबह लेकर आएगा, जो उनके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा लाएगा। इस पुल के तैयार होने पर न केवल द्रंग की आठ पंचायतें सीधे मंडी से जुड़ेंगी, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के लिए एक स्थायी समाधान साबित होगा।


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Content Editor

Jyoti M

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