बुझ गया संगीत जगत का चमकता सितारा, पैतृक गांव पोना में हुआ Rajveer Jawanda का अंतिम संस्कार, हर आंख हुई नम

punjabkesari.in Thursday, Oct 09, 2025 - 01:53 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। पंजाबी संगीत जगत से एक दुखद खबर आई है। अपनी सुरीली आवाज़ और जोश भरे गानों से लाखों दिलों पर राज करने वाले युवा गायक राजवीर जवंदा अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके आकस्मिक निधन ने पूरे पंजाब और संगीत उद्योग को गहरे सदमे में डाल दिया है। उनके प्रशंसकों और साथी कलाकारों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है, मानो एक चमकता सितारा समय से पहले ही अस्त हो गया हो।

मौत से कई दिनों की जंग के बाद विदाई

राजवीर जवंदा की मौत का कारण 27 सितंबर 2025 को हिमाचल प्रदेश में हुआ एक भीषण सड़क हादसा था। यह हादसा ही उनकी ज़िंदगी का अंतिम मोड़ साबित हुआ। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में उन्हें रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क पर गंभीर चोटें आई थीं। दुर्घटना के तुरंत बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की।

लगभग दस दिनों तक, राजवीर जीवन रक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर) पर मौत से जूझते रहे। उनके लाखों चाहने वाले उनके ठीक होने की दुआ कर रहे थे, लेकिन तमाम चिकित्सकीय प्रयासों के बावजूद, वह ज़िंदगी और मौत की यह जंग हार गए।

PunjabKesariपैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार

युवा गायक राजवीर जवंदा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव पोना में किया गया, जो लुधियाना जिले में पड़ता है। उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए उनके चाहने वाले, प्रशंसक और संगीत इंडस्ट्री के लोग भारी संख्या में गांव पहुंचे। इस भावुक क्षण में हर आँख नम थी।

राजवीर जवंदा ने बहुत कम समय में एक बड़ी पहचान बनाई थी, और उनकी अचानक विदाई से पंजाबी संगीत की दुनिया में एक बड़ा खालीपन आ गया है। हालांकि, उनके गीत और उनकी अनूठी आवाज़ हमेशा उनके प्रशंसकों की यादों और प्लेलिस्ट में अमर रहेगी।


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Content Editor

Jyoti M

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